Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में पिछले एक पखवाड़े (15 दिनों) से लगातार बारिश का दौर जारी है। गर्मी के सीजन में आषाढ़-सावन की तरह बरसात हो रही है। इस बेमौसम बारिश से लोगों को भले ही गर्मी से राहत मिली है, लेकिन किसानों की बढ़ा दी है। रबी सीजन के धान के साथ ही सब्जियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। इससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति पहुंची है। किसानों को हुए नुकसान को देखते हुए राज्य सरकार अब मुआवजा देने की तैयारी कर रही है। इसके लिए राजस्व विभाग ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को चि_ी लिखकर बारिश से हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है। कलेक्टरों को राजस्व विभाग द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि जिलों से रिपोर्ट मिलने पर पर सरकार की ओर से किसानों व प्रभावितों को मुआवजे का ऐलान किया जाएगा। इसमें फ सलों, सब्जियों, ग्रीष्मकालीन धान, मकानों की क्षति, बिजली गिरने से मौत आदि के प्रकरण शामिल हैं।
सब्जियों को सबसे ज्यादा नुकसान : दरअसल अप्रैल में एक दिन छोड़ पूरे महीने भर मानसून जैसी बारिश ने ग्रीष्मकालीन धान और गेहूं समेत सब्जियों और फलों को काफ ी नुकसान पहुंचाया है। वहीं मौसम की खराबी का सबसे बड़ा असर सब्जियों पर पड़ा है। खड़ी फ सलें भी ओलों व तेज हवाओं से बरबाद हो गई हैं। अप्रैल मई में बारिश से रबी फ सलों खराब हो गई हैं। इनमें कीड़े लगने का भी खतरा है। इस वजह से किसानों के लिए सरकार ने गाइड-लाइन जारी की है।