Sarangarh-Bilaigarh

Bilaigarh Panchayat : पंचायत की लापरवाही बनी विकास में बाधा, नवनिर्वाचित सरपंच अब तक वित्तीय प्रभार से वंचित!

Baramkela News : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बिलाईगढ़ “अ” (Bilaigarh Panchayat) में पंचायत व्यवस्था की लापरवाही के कारण नवनिर्वाचित सरपंच भुवन पटेल को अब तक वित्तीय प्रभार नहीं मिला है, जिससे पंचायत के कार्यों पर असर पड़ रहा है। पिछली पंचायत की अव्यवस्था और जिम्मेदारों की निष्क्रियता अब नई पंचायत के कामकाज पर भारी पड़ रही है।

सरपंच (Bilaigarh Panchayat) भुवन पटेल का कहना है कि शपथ ग्रहण के एक माह बाद भी उन्हें कार्य का अधिकार नहीं मिला है। इसके लिए वे बार-बार जनपद पंचायत बरमकेला के चक्कर काट रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रभार मिलने में सबसे बड़ी बाधा तत्कालीन सरपंच मंजूलता सारथी और पंचायत सचिव महेंद्र लहरे की लापरवाही रही। समय रहते हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई, जिससे अब नई पंचायत के कार्य अटक गए हैं।

हड़ताल ने बिगाड़ी स्थिति (Bilaigarh Panchayat)

3 मार्च को शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सचिव की अनुपस्थिति ने काम में रोड़ा डाला। अब 17 मार्च से शुरू हुई पंचायत सचिवों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते कार्यभार देने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पा रही है। अधिकारी भी इस स्थिति से असमंजस में हैं और कोई ठोस समाधान नहीं निकल पा रहा है।

प्रभावित हो रहे ग्रामीणों के जरूरी कार्य (Bilaigarh Panchayat)

गांव के लोगों को राशन कार्ड, पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे जरूरी कामों के लिए सरपंच और सचिव की तलाश है, लेकिन दोनों की सक्रिय भूमिका न होने से ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। सरपंच पटेल पेयजल व्यवस्था और स्ट्रीट लाइट जैसी सुविधाएं स्वयं के खर्च पर करा रहे हैं, जिससे उनकी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश तो दिख रही है, परंतु संसाधनों की कमी उन्हें सीमित कर रही है।

अधिकारियों का आश्वासन

इस संबंध में जनपद पंचायत बरमकेला के सीईओ अजय पटेल ने कहा, “सरपंच को कार्य प्रभार नहीं मिला है। इसके लिए वरिष्ठ आंतरिक लेखा परीक्षक व करारोपण अधिकारी को निर्देशित किया जाएगा कि जल्द से जल्द प्रभार सौंपा जाए।”

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