Longest Day 2025 : अब धीरे-धीरे घटेगा दिन का उजाला, लंबी होंगी रातें, जानिए इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण

21 जून रहा साल का सबसे बड़ा दिन, पृथ्वी के झुकाव की वजह से बदलता है दिन-रात का संतुलन

By admin
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Longest Day 2025
Highlights
  • 21 जून को सूर्य कर्क रेखा पर सीधा चमकता है, जिससे दिन सबसे लंबा होता है।
  • दिन-रात की यह प्रक्रिया पृथ्वी के झुकाव और परिक्रमा की वजह से होती है।

Longest Day of the Year : पृथ्वी के उत्तरी गोलार्ध में 21 जून (Longest Day 2025) को साल का सबसे लंबा दिन रहा। अब 22 जून से दिन की अवधि धीरे-धीरे घटने लगेगी और रातें लंबी होने लगेंगी। आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (एरीज), नैनीताल के आउटरीच प्रभारी मोहित जोशी ने बताया कि 21 जून को सूर्य की किरणें सीधे कर्क रेखा पर पड़ती हैं, जिससे दिन करीब 14 घंटे और रात करीब 10 घंटे की होती है।

दिन-रात की यह असंतुलन पृथ्वी (Longest Day 2025) के अपनी धुरी पर 23.5 डिग्री झुके होने और सूर्य की परिक्रमा के कारण होता है। इस झुकाव के चलते जून में उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है और सूर्य की किरणें सीधे पड़ती हैं। इसके कारण दिन की अवधि लंबी हो जाती है। वहीं, दक्षिणी गोलार्ध में ठीक इसका उल्टा होता है—वहां इस दिन सबसे छोटा दिन होता है।

22 जून से दिन धीरे-धीरे छोटे होते जाएंगे और यह सिलसिला 21 दिसंबर तक चलेगा, जब साल की सबसे लंबी रात और सबसे छोटा दिन होगा। इसके बीच 22 सितंबर को दिन और रात की अवधि बराबर रहेगी। यह खगोलीय परिवर्तन हर वर्ष इसी तरह दोहराया जाता है और ऋतुओं के बदलाव का एक प्रमुख कारण भी यही है।

21 जून : साल का सबसे लंबा दिन Longest Day 2025

उत्तरी गोलार्ध में 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन रहा। इस दिन सूर्य की किरणें सीधे कर्क रेखा पर पड़ती हैं, जिससे लगभग 14 घंटे का दिन और 10 घंटे की रात होती है। पृथ्वी की धुरी का झुकाव और सूर्य के चारों ओर इसकी परिक्रमा इसका प्रमुख कारण है।

अब घटने लगेंगे दिन, बढ़ेंगी रातें Longest Day 2025

22 जून से दिन की अवधि धीरे-धीरे घटेगी और रातें लंबी होंगी। यह परिवर्तन 21 दिसंबर तक जारी रहेगा, जब सबसे लंबी रात होगी। 22 सितंबर को दिन और रात बराबर होंगे, जिसे विषुव कहा जाता है। यह बदलाव मौसम और कृषि चक्रों को भी प्रभावित करता है।

 

 

 

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