Chhattisgarh News : विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही विभिन्न संगठनों ने अपनी मांगों और सरकार के वायदे याद दिलाने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। राजधानी रायपुर के तूता धरना स्थल में पिछले कई दिनाें से सहायक शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, मुख्य सचिव से मिले आश्वासन के बाद सोमवार को ही आंदोलन खत्म किया है। इधर, आज से प्रदेश के 40 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल (health workers on strike) पर चले गए हैं।
छत्तीसगढ हेल्थ फेडरेशन के बैनर तले स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न संगठनों ने अपनी मांगों को लेकर नवा रायपुर तूता धरना स्थल में अनिश्चितकालीन आंदोलन शुरू कर दिया है। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों की वेतन विसंगति सुधारे जाने, मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री द्वारा कोविड कार्य में लगे अमले को विशेष कोरोना भत्ता दिए (health workers on strike) जाने की बात कही गई थी।
साथ ही वेतन विसंगति से जूझ रहे स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी, एएनएम-एमपीजब्लू, नर्सिंग कैडर दोनों की वेतन विसंगति आज तक दूर नहीं किया गया है। इस आंदोलन में 12 संगठन के कुल 40 हजार अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए हैं। इससे पोस्टमार्टम, एमएलसी, नर्सिंग सहित टीकाकरण के प्रमुख राष्ट्रीय कार्यक्रम मिशन इन्द्रधनुष (health workers on strike) और शिशु संरक्षण जैसे कार्य प्रभावित हो सकते हैं।