Baramkela News : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के बरमकेला विकासखंड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर लेंधरा (Abhilasha Nayak Speech) में आयोजित मातृ सम्मेलन में मां की भूमिका, कर्तव्य और दायित्व जैसे संवेदनशील विषयों पर गहन चर्चा हुई। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य एवं कृषि सभापति डॉ. अभिलाषा कैलाश नायक रहीं।
उन्होंने कहा कि बच्चों का सर्वांगीण विकास तभी संभव है जब मां स्वयं जागरूक और संस्कारवान हो, क्योंकि मां ही बच्चे की प्रथम शिक्षिका और जीवन की दिशा देने वाली होती है।

“मां बच्चे की प्रथम शिक्षिका, घर ही पहला विद्यालय” अपने प्रेरक संबोधन में डॉ. नायक (Abhilasha Nayak Speech) ने कहा, “बच्चे का पहला विद्यालय उसका घर होता है और मां उसकी पहली गुरु। मां की गोद में ही बच्चे के संस्कार, संवेदना और व्यक्तित्व का निर्माण होता है।
अगर मां सशक्त है तो परिवार और समाज दोनों सशक्त होंगे।” उन्होंने कहा कि माताओं को समय के साथ बदलती जीवनशैली के बीच भी संस्कार, अनुशासन और भारतीय संस्कृति की नींव बच्चों में मजबूत करनी चाहिए।

Abhilasha Nayak Speech मातृशक्ति को किया जागरूक
डॉ. नायक (Abhilasha Nayak Speech) ने संघ के पंच परिवर्तन कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, नागरिक शिष्टाचार और स्वदेशी भाव के विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब परिवार इन मूल्यों पर चलता है, तभी बच्चों का सर्वांगीण विकास संभव होता है। मातृ सम्मेलन में उपस्थित माताओं ने इन विचारों को अपनाने का संकल्प लिया।
मातृशक्ति सशक्तिकरण की योजनाओं की जानकारी
सम्मेलन में मातृशक्ति के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। डॉ. नायक (Abhilasha Nayak Speech) ने कहा कि महिलाएं अगर शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में आगे बढ़ेंगी, तो आने वाली पीढ़ी का भविष्य उज्जवल होगा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक, मातृशक्ति और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। विद्यालय परिवार ने इस सफल आयोजन के लिए विशेष सराहना प्राप्त की। अंत में मुख्य अतिथि डॉ. अभिलाषा नायक का आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर भाजपा जिला मंत्री विलास सारथी, मंडल अध्यक्ष शारदा मालाकार, जिला पंचायत सदस्य सहोद्रा सिदार, बीडीसी सदस्य धनेश्वरी कन्हैया सारथी, ललिता पटेल सहित अनेक गणमान्य नागरिक, विद्यालय परिवार, छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक गण उपस्थित रहे।









