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रायगढ़ एसपी कुमार की पुलिस लोगों को नहीं ट्रांसपोर्टरों को कर रही संतोष! ट्रांसपोर्टर के एक फोन पर 27 किमी से दौड़ा भागा आया आरक्षक और गार्ड की कर दी जमकर पिटाई, एसपी से कार्रवाई का इंतजार

रायपुर। छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी जनता का भरोसा जीतकर पुलिसिंग को सफल बनाने के लिए आम पब्लिक के बीच बनी नकारात्मक छवि बदलने पर जोर दे रहे हैं तो दूसरी तरफ विभाग के कुछ पुलिस अधिकारी कर्मचारी डीजी के कामों पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में पुलिस के लगातार कुछ ऐसे कारनामे सामने आ रहे हैं जिनसे लगातार पुलिस की किरकिरी हो रही है। पखवाड़े भर पहले ही छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक गर्भवती महिला की थाने में जमकर पिटाई की गई थी। इस घटना को अभी पंद्रह दिन भी नहीं बीता है और एक मामला फिर सामने आ गया है। इस बार खाकी को कलंकित और डीजीपी की मंसूबे पर पानी फेरने का काम रायगढ़ जिले में हुआ है। वही रायगढ़ जहां रक्षाबंधन के अवसर पर एक रक्षा सूत्र मास्क की मुहिम चलाई गई थी जो गोल्डन बुक ऑफ रिकॉडर्स में दर्ज हुई थी। इससे पुलिस की खूब वाहवाही हुई थी। हालांकि रायगढ़ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार दिन रात मेहनत कर पुलिसिंग को बेहतर बनाने का काम कर रहे हैं तो वहीं उन्हीं की पुलिस के कारनामे से उनकी दिन रात की मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं। दरअसल, मामला एक कॉलोनी की सुरक्षाकर्मी की पिटाई का है। जहां पूंजीपथरा थाने में पदस्थ धमेंद्र प्रताप सिंह नामक आरक्षक ने एक ट्रांसपोर्टर आका के एक फोन पर 27 किमी दूर पूंजीपथरा से रात 11 बजे दौड़ा भागा आया और कॉलोनी की गार्ड को अपनी गाड़ी में बैठा ले गया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। इस मामले में पीड़ित युवक ने एसपी रायगढ़ से शिकायत की है। अभी तक आरक्षक के खिलाफ रायगढ़ एसपी ने कोई कार्रवाई नहीं की है। वैसे रायगढ़ एसपी इस तरह के मामले को कतई बर्दाश्त नहीं करते हैं। लोगों को उम्मीद है कि गार्ड की पिटाई करने वाले आरक्षक पर भी पुलिस कप्तान संतोष कुमार कतई दरियादिली नहीं दिखाएंगे।

पीड़ित गार्ड

क्या है पूरा मामला, जानिए….रायगढ़ पुलिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए फ्रेंड्स कॉलोनी ढिमरापुर के सुरक्षाकर्मी दिव्यांशु सिंह ने बताया है कि वह रोजाना की तरह 31 अगस्त की रात भी ड्यूटी कर रहा था। तभी कॉलोनी में ही रहने वाले रोहताश नेहरा नामक व्यक्ति जो पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं। वह करीब 11 बजे रात अपनी गाड़ी की हार्न बजाते कॉलोनी की गेट पर आया और दिव्यांशु को आवाज दिया तो गेट खोलने आया। जैसे ही वह गेट खोलने पहुंचा तो गाली गलौच शुरू कर दिया। अपनी गलती मानकर सुरक्षाकर्मी ने ट्रांसपोर्टर से माफी भी मांगी, पर अमीरी के नशे में चूर रोहताश नेहरा ने दिव्यांशु की पिटाई शुरू कर दी। जब गार्ड ने इसकी शिकायत कॉलोनी के अध्यक्ष से करने की बात कही तो ट्रांसपोर्टर ने आरक्षक धमेंद्र प्रताप सिंह को फोन कर पूरी बात बताई।

शायद एसपी के बुलाने पर भी इतना जल्दी नहीं पहुंचता आरक्षक: पुलिस के लिए नहीं, बल्कि ट्रांसपोर्टर के लिए ड्यूटी बजाने वाला आरक्षक धमेंद्र प्रताप सिंह आधे घंटे में ही फ्रेंड्स कॉलोनी पहुंच गया। बता दें कि आरक्षक अंबिकापुर हाइवे में स्थित पूंजीपथरा थाने में पदस्थ है। जो रायगढ़ ढिमरापुर से 27 किमी की दूरी पर स्थित है। सवाल यह भी है कि आरक्षक पूंजीपथरा थाने में ड्यूटी पर था या फिर ड्यूटी के नाम पर रायगढ़ शहर में घूम रहा था। यह तो रायगढ़ एसपी ही जाने। खैर ट्रांसपोर्टर की ड्यूटी बजाने वाला आरक्षक सुरक्षागार्ड दिव्यांशु को कोतरा रोड थाने ले जाने के नाम पर चार पहिया वाहन में बैठाया और कहीं ले जाकर उसकी बेदम पिटाई कर दी।

ट्रांसपोर्टर रोहताश नेहरा

 

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