रायपुर। वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर विद्यामितान शिक्षकों का लगातार प्रदर्शन जारी है। बुधवार को प्रदर्शन का नौवां दिन है। राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब में पिछले 9 दिनों से विद्या मितान (अतिथि शिक्षकों) अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। विद्यानमितान शिक्षक हर रोज नए तरीके से प्रतीकात्मक रूप से अपना प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार को अपनी मांगों को लेकर आकर्षित कर रहे हैं। विद्यामितान संघ के अध्यक्ष धर्मेंद्र वैष्णव व एक प्रतिनिधि मंडल ने मंगलवार को पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात की और कांग्रेस सरकार की घोषणा पत्र में किए गए वादे नियमितीकरण की मांग को पूरा करने की बात कहीं जिस पर उन्होंने कोरोनाकाल का हवाला दिया। वहीं धर्मेन्द्र वैष्णव ने नियमितीकरण नहीं करने पर विद्यामितानों को 62 वर्ष तक जॉब सिक्योरिटी देने मांग रखी जिस पर विचार करने का आश्वासन दिया है। धरना स्थल पर बैठे एक अन्य शिक्षक ने बताया कि कोरोना काल के दौरान सरकार ने प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों को आधा वेतन देने के लिए आदेश जारी किया था। वहीं पिछले दिनों साक्षरता मिशन के कर्मचारियों को एक वर्ष का वेतन दिया गया है। वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर सरकार सिर्फ विद्या मितान शिक्षकों के साथ भेदभाव कर रही है। अभी भी सरकार के पास अपने घोषणा पत्र के वादे को पूरा करने के लिए 3 साल का समय बांकी है, लेकिन 8 महीने से वेतन नहीं मिलने के कारण शिक्षकों को अपने परिवार का पालन पोषण करने में तकलीफ हो रही है।