रायपुुर। अगले माह 18 अक्टूबर को होने वाली सीजीपीएससी की परीक्षा को स्थगित करने के लिए परीक्षार्थियों की मांग पर विधायकों व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी समेत अन्य जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखा है। सीएम को लिखे पत्र में अमित जोगी, जशपुर विधायक विनय भगत, कुनकुरी विधायक यूडी मिंज, सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े, राज्य भंडार गृह निगम के अध्यक्ष अरूण वोरा, राजनांदगांव की महापौरा हेमा सुदेश देशमुख, दुर्ग महापौर धीरज वाकलीवाल, रामानुजगंज विधायक वृहस्पत सिंह, डोंगरगढ़ विधायक भुवनेश्वर बघेल, कुंडरदेही विधायक कुंवरसिंह निषाद, रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष चुन्नी लाल साहू सहित अनेकों जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि ऐसे कोरोना संक्रमण के इस वक्त में यह परीक्षा स्थगित करना ही बेहतर है। बता दें कि अगले माह 18 अक्टूबर से होने वाले सीजीपीएससी की परीक्षा को स्थगित करने की मांग अभ्यर्थियों द्वारा बीते कई दिनों से उठाई जा रही है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इस परीक्षा में ना सिर्फ संक्रमण का डर है, बल्कि कई अभ्यर्थी परीक्षा से वंचित हो जाएंगे। राज्य लोक सेवा आयोग के अभ्यर्थियों का कहना है कि सीजी पीएससी द्वारा 2019 में राज्य सिविल सेवा के 242 पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। यहां सीजीपीएससी ने फरवरी 20 में प्री परीक्षा भी आयोजित की गई। साथ ही राज्य सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा जून माह में संभावित थी, मगर लॉकडाउन के चलते परीक्षा स्थगित किया था, मगर वर्तमान में कोरोना वायरस बेलगाम हो चुकी है। प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी दौरान सीजी पीएससी द्वारा 4 सितम्बर नोटिफिकेशन जारी कर राज्य लोक सेवा की मुख्य परीक्षा 18 से 21 अक्टूबर तक आयोजित करने का निर्देश जारी किया है। मगर कोरोना में मुख्य परीक्षा आयोजित करना न्यायोचित नहीं है। केन्द्र सरकार द्वारा आयोजित नीट व जेईई की परीक्षा की तर्ज पर सीजीपीएससी द्वारा भी मुख्य परीक्षा आयोजित करने का नोटिफिकेशन जारी किया है, जबकि नीट व जेईई की परीक्षा केवल 2 घंटे की थी, जिसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्न थे। जबकि पीएससी की मुख्य परीक्षा के दौरान 3-3 घंटों तक उन्हें ग्लब्स व मास्क पहनकर परीक्षा में शामिल होना होगा, जिससे अभ्यर्थियों की सेहत पर भी विपरीत असर पड़ेगा। साथ ही मास्क व ग्लब्स उतारकर परीक्षा देने की स्थिति में संक्रमण का खतरा बना रहेगा। नीट व जेईई की परीक्षा मेडिकल व इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है, मगर पीएससी की परीक्षा चयन परीक्षा होती है। अभ्यर्थियों ने कहा कि परीक्षा सिर्फ संभाग मुख्यालयों में आयोजित है और अधिकांश अभ्यर्थियों का मुख्यालय रायपुर होगा। परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को कम से कम 5 दिन रायपुर में रुकना होगा। वर्तमान में वहां कोरोना का संक्रमण काफी ज्यादा है और लॉकडाउन के हालात बने हुए हैं। जनप्रतिनिधियों ने यह भी दलील दी है कि कोरोना महामारी को देेखते हुए पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान सरकार ने भी अपने पीएससी परीक्षा स्थगित कर दी है।
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