फरार हुआ मुख्य आरोपी, पत्नी हिरासत में
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस अवैध कारोबार का मुख्य आरोपी युवक मौके से फरार हो गया। हालांकि, उसकी पत्नी को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। आशंका जताई जा रही है कि यह दवाइयां आसपास के क्षेत्रों में अवैध रूप से खपाई जा रही थीं। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि आखिर इतनी बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं कहां से लाई गईं और इनके पीछे किस तरह का नेटवर्क सक्रिय है।
लाखों की अवैध कमाई का खुलासा
बरामद 5 से 7 लाख रुपये नगद से साफ है कि इस कारोबार से मोटी कमाई हो रही थी। हालांकि, अभी स्पष्ट नहीं है कि बरामद रुपए कितने हैं। सूत्रों का कहना है कि इस रकम को दवाओं की सप्लाई और खपाने में इस्तेमाल किया जाता था। पुलिस अब आरोपी के बैंक खातों और संभावित सहयोगियों की भी जांच में जुट गई है।
इलाके में चर्चा का विषय
ग्राम दुर्गापुर और आसपास के गांवों में यह कार्रवाई चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से यहां नशे का अवैध कारोबार चलने की आशंका जताई जाती रही है, लेकिन पहली बार इतनी बड़ी खेप हाथ लगी है। लोगों ने पुलिस से मांग की है कि ऐसे नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जाए, जिससे युवाओं को नशे के दलदल में जाने से बचाया जा सके।
पुलिस की सख्ती जारी
लैलूंगा थाना प्रभारी रोहित बंजारे ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है और विभिन्न ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है और किसी भी कीमत पर अवैध कारोबारियों को बख्शा नहीं जाएगा। अभी पकड़ाए नशीली दवाओं का जखीरा को गिनती की जा रही है। तीन से चार बोरी में इंजेक्शन, टेबलेट, कोरेक्स सीरफ है। आरोपी की तलाश की जा रही है। उसकी पत्नी को थाना लाया गया है। पूछताछ कर रहे हैं। नगद राशि भी बरामद हुई। अभी कितना राशि है, नहीं बताया जा सकता।