Chhattisgarh Farmer Scheme : छत्तीसगढ़ अब कृषि के पारंपरिक ढांचे से आगे बढ़ते हुए सब्जी (Chhattisgarh Vegetable Production) उत्पादन के क्षेत्र में निरंतर प्रगति कर रहा है। राज्य में जहां पहले किसान मुख्य रूप से धान की खेती पर निर्भर रहते थे, वहीं अब शासकीय योजनाओं और आधुनिक सिंचाई तकनीकों के चलते सब्जी उत्पादन की ओर किसानों का रुझान तेजी से बढ़ा है। यह बदलाव किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को लाभ का व्यवसाय बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के प्रयासों से प्रदेश के किसान उन्नत बीज, आधुनिक सिंचाई साधन और पारदर्शी ऑनलाइन व्यवस्था (Chhattisgarh Vegetable Production) से जुड़ रहे हैं। राज्य बीज निगम द्वारा संचालित कैंपस ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के अंतर्गत ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे सब्जी उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिल रही है। (प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना)
ड्रिप एरिगेशन प्रणाली “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” की अवधारणा पर आधारित है, जिसमें पौधों की जड़ों तक आवश्यक पानी और पोषक तत्व (Chhattisgarh Vegetable Production) सीधे पहुंचते हैं। इससे पानी की बचत होती है, फसल की गुणवत्ता बेहतर होती है और श्रम लागत में भी कमी आती है। इस आधुनिक प्रणाली के उपयोग से किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
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राज्य बीज निगम द्वारा किसानों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिस्टम पर अधिकतम 55 प्रतिशत तक शासकीय अनुदान प्रदान किया जा रहा है। विशेष रूप से रबी फसल के दौरान दलहन और तिलहन, जैसे चना की खेती में स्प्रिंकलर पद्धति से सिंचाई (Chhattisgarh Vegetable Production) का भरपूर लाभ किसानों को मिल रहा है। वर्ष 2025-26 में अब तक कुल 17,881 किसानों को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत लाभान्वित किया गया है, जिसमें 3,281 किसानों को ड्रिप सिस्टम और 14,600 किसानों को स्प्रिंकलर सिस्टम उपलब्ध कराया गया है। यह प्रक्रिया वित्तीय वर्ष के अंत तक लगातार जारी रहेगी।
इसके साथ ही शाकम्भरी योजना के अंतर्गत किसानों को सिंचाई पंप पर अधिकतम 75 प्रतिशत तक अनुदान (Chhattisgarh Vegetable Production) दिया जा रहा है। किसान अपनी पसंद के मेक, मॉडल और ब्रांड के सिंचाई पंप का चयन स्वयं कर सकते हैं। योजना में मोनोब्लॉक पंप, विद्युत पंप, पेट्रोल-डीजल पंप और ओपनवेल सबमर्सिबल पंप शामिल हैं। जिन क्षेत्रों में बिजली की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां डीजल पंप का विकल्प भी दिया गया है।
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वर्तमान वित्तीय वर्ष में अब तक 3,234 किसानों को शाकम्भरी योजना के अंतर्गत लाभ प्रदान किया जा चुका है। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक अधिक से अधिक किसानों को इन योजनाओं से जोड़कर सब्जी उत्पादन को बढ़ावा दिया जाए।
कुल मिलाकर, आधुनिक सिंचाई तकनीक, उन्नत बीज और पारदर्शी योजनाओं (Chhattisgarh Vegetable Production) के माध्यम से छत्तीसगढ़ सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में एक नई पहचान बना रहा है। यह पहल न केवल किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है, बल्कि राज्य को कृषि विविधीकरण और सतत विकास की दिशा में भी आगे ले जा रही है।


