Eco Resorts Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Monsoon Tourism) की प्राकृतिक खूबसूरती मानसून में अपने पूरे शबाब पर होती है। हरियाली, पहाड़ और झरनों की मनमोहक छटा देशभर से पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। पिछले पांच सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो (Bastar Tourist Destination) सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला पर्यटन स्थल बनकर उभरा है। यहां अब तक 20 हजार से अधिक पर्यटक घूमने आ चुके हैं, जबकि कवर्धा के झरनों और पहाड़ियों ने भी 15 हजार से ज्यादा सैलानियों को आकर्षित किया है।
पर्यटन विभाग के मुताबिक, वर्ष 2021 से 2025 के बीच (Chhattisgarh Monsoon Tourism) बोर्ड के रिसॉर्ट्स में 84,590 से अधिक पर्यटकों ने रुककर छत्तीसगढ़ की संस्कृति को करीब से जाना। इस दौरान रिसॉर्ट्स में पारंपरिक नृत्य, संगीत और स्थानीय व्यंजन का आयोजन कर पर्यटकों को राज्य की सांस्कृतिक विविधता से परिचित कराया गया।
23 रिसॉर्ट, 13 का संचालन सरकार के पास (Chhattisgarh Monsoon Tourism)
छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के पास कुल 23 रिसॉर्ट हैं, जिनमें से 13 का संचालन विभाग स्वयं करता है जबकि 10 का प्रबंधन निजी कंपनियों को सौंपा गया है। (Eco Resorts Chhattisgarh) जैसे चित्रकोट का धनमती रिसॉर्ट, कवर्धा का बैगा इथनिक रिसॉर्ट, मैनपाट का सैला टूरिस्ट रिसॉर्ट और बारनवापारा का हरेली इको रिसॉर्ट पर्यटकों के बीच खास पसंद बन चुके हैं।
11 करोड़ से अधिक मिले राजस्व (Chhattisgarh Monsoon Tourism)
पर्यटन विभाग ने इन पांच वर्षों में 11 करोड़ 68 लाख रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित किया है। अधिकारियों के अनुसार “पर्यटन विभाग समय-समय पर राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित आयोजनों में भाग लेकर छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को देशभर में प्रस्तुत करता है। सोशल मीडिया के माध्यम से भी लगातार प्रचार-प्रसार कर लोगों को तीज-त्योहारों, परंपराओं और पर्यटन स्थलों की जानकारी दी जाती है।”
मानसून में छत्तीसगढ़ के जलप्रपात, हरियाली और ठंडी हवाएं न सिर्फ प्रकृति प्रेमियों बल्कि रोमांच और शांति की तलाश में आए सैलानियों के लिए भी आदर्श स्थल बन जाते हैं। आने वाले महीनों में (Monsoon Travel India) को लेकर राज्य की पर्यटन गतिविधियों में और वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है।