Bijapur Encounter : छत्तीसगढ़ के बीजापुर के घने जंगलों में प्रदेश की अब तक की सबसे बड़ी नक्सल मुठभेड़ (Bijapur Naxal Attack) में सुरक्षा बलों ने 15 खूंखार नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया है। वहीं अब तक 13 नक्सलियों के शव बरामद हो चुके हैं। आईजी बस्तर सुंदरराज पी. का दावा है कि, इस मुठभेड़ में भारी संख्या में नक्सली घायल भी हुए हैं। पुलिस व सुरक्षा बलों का अनुमान है कि, दोनों तरफ की फायरिंग में करीब-करीब 60-70 नक्सली बुरी तरह से जख्मी हो गए। मुठभेड़ की यह घटना गंगालूर थाना क्षेत्र का है।
बस्तर आईजी सुंदराराज ने मीडिया को बताया कि सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि नक्सली लीडर पापा राव बीजापुर के सेंड्रा इलाके में मौजूद है। इसके बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान उनका सामना नक्सलियों की बड़ी टीम से हो गई। दोनों तरफ से फायरिंग (Naxal Attack) होने लगी। फायरिंग का मुहंतोड़ जवाब देते हुए जवानों ने नक्सलियों को खदेड़ दिया।
सर्च ऑपरेशन में डीआरजी, सीआरपीएफ, कोबरा बस्तर फाइटर्स, बस्तरिया बटालियन और सीएएफ के जवानों की संयुक्त टीम भी शामिल थी। मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों की पहचान की जा रही है। साथ ही नक्सलियों के शवों को बीजापुर मुख्यालय लाने की तैयारी की जा रही है। सबसे अच्छी बात यह रही कि इस मुठभेड़ में जवानों की तरफ से कोई हताहत नहीं हुआ है।
मंगलवार सुबह 6 बजे से शुरू हुई मुठभेड़ (Bijapur Naxal Attack) रात करीब 11 बजे खत्म हुई। जवानों ने नक्सलियों के पास से AK-47, LMG जैसे ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए हैं। टेकलगुड़ेम मुठभेड़ की आज तीसरी बरसी है। 3 अप्रैल 2021 में इस मुठभेड़ में 22 जवानों को नक्सलियों ने मारा था। वहीं, 3 साल बाद उसी इलाके में पुलिस ने एक साथ 13 माओवादियों को ढेर किया है।