Chhattisgarh News : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की किसानों को धान बोनस (Chhattisgarh Farmers Bonus) दिए जाने गारंटी को पूरा करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य के किसानों को दो साल के धान की बकाया बोनस राशि 3716 करोड़ रूपए का वितरण आज 25 दिसंबर को किया जाएगा। इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।
पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसम्बर सुशासन दिवस के अवसर पर धान बोनस वितरण का मुख्य समारोह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मुख्य आतिथ्य में दोपहर 01 बजे से रायपुर जिले के अभनपुर विकासखण्ड के ग्राम बेन्द्री में आयोजित होगा।
दरअसल, राज्य में 15 साल तक बीजेपी की सरकार रही है यानी राज्य गठन के बाद ज्यादातर समय बीजेपी ने सत्ता चलाई है. छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती रमन सिंह सरकार के आखिरी पांच साल के कार्यालय को बेहद खास माना जाता है क्योंकि इसी दौरान रमन सिंह ने किसानों को प्रति क्विंटल 300 रुपये बोनस देने का फैसला किया था. हालांकि रमन सिंह सरकार किसानों को केवल 3 साल बोनस दे पाई।
इसके बाद राज्य में किसानों को बोनस (Chhattisgarh Farmers Bonus) नहीं दिया गया. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की हार का एक बड़ा कारण रहा था. साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज कर वापस सत्ता में लौटी है, तो पुराने वादे को पूरा किया जा रहा है. आज 12 लाख से अधिक किसानों को 2 साल के धान की बकाया बोनस राशि 3716 करोड़ 38 लाख 96 हजार रूपए का भुगतान करेंगे।
इस योजना से राज्य के सभी किसानों (Chhattisgarh Farmers Bonus) को फायदा नहीं होगा क्योंकि 2013 से 2018 के बीच राज्य में 12 लाख किसान ही धान बेचने के लिए पंजीकृत किसान थे. जिन किसानों ने उस समय मंडी में धान बेचा था. उन्हीं किसानों को बोनस मिलेगा. किसानों को प्रति एकड़ कितना पैसा मिलेगा, इसका आकलन करें तो प्रति एकड़ में किसानों से 15 क्विंटल धान खरीदी जाती थी. एक क्विंटल का 300 रुपये बोनस मिलेगा. इस हिसाब से किसानों को प्रति एकड़ में 4500 रुपये मिल सकता है.