Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव (Ts Singh Deo Deputy CM ) प्रदेश के नए डिप्टी सीएम होंगे। इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष ने मंजूरी दे दी है। बुधवार को ही दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी बैठक हुई है। इसके बाद यह फैसला लिया गया है। उधर, इस फैसले के बाद सिंहदेव समर्थकों में जश्न का माहौल है। अंबिकापुर में कार्यकर्ता मिठाई बांट रहे हैं। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी सिंहदेव को बधाई दी है।
टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का उपमुख्यमंत्री (Ts Singh Deo Deputy CM ) बनाए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि हैं तैयार हम। महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं। छत्तीसगढ़ में 2018 में सरकार बनने के ढाई साल पूरा होने के बाद से ही ढाई-ढाई साल के सीएम को लेकर चर्चाएं भी बीच-बीच में होती रही। सीएम व सिंहदेव के बीच अनबन की भी खबरें आती रही। मामला इस कदर बिगड़ा कि सीएम भूपेश बघेल को दिल्ली हाईकमान के सामने शक्ति प्रदर्शन भी करना पड़ा।
जानिए टीएस सिंहदेव के बारे में… त्रिभुवनेश्वर शरण सिंहदेव यानी टीएस सिंह देव का सरगुजा राजघराने से नाता है। वह इस राजघराने के 118वें राजा हैं। लोग उन्हें टीएस बाबा कहकर ही संबोधित करते हैं, उन्हें पसंद नहीं कि लोग उन्हें राजा साहेब कहकर पुकारें। सरगुजा राजघराने की गई पीढिय़ां कांग्रेस से जुड़ी हैं। 1952 में प्रयागराज में जन्मे टीएस देव ने भोपाल के हमीदिया कॉलेज से एमए इतिहास की पढ़ाई की लेकिन छत्तीसगढ़ से राजनीति की शुरुआत की। वह 1983 में अंबिकापुर नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष चुने गए और यहीं से उनका राजनीति सफ र शुरू हुआ। हालांकि वह वर्तमान में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हैं, पिछले दिनों उन्होंने पंचायत मंत्री पद से इस्तीफ ा दे दिया था, हालांकि उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा और जीएसटी विभाग का कार्यभार नहीं छोड़ा।
अंबिकापुर से लगातार तीन बार बने विधायक : टीएस देव कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। अंबिकापुर विधानसभा सीट से तीन बार (2008, 2013, 2018) के विधायक हैं। वे छत्तीसगढ़ सरकार में नंबर दो की हैसियत रखते हैं, उन्हें 2013 में कांग्रेस ने विधायक दल का नेता बनाया था। इसके बाद जनवरी 2014 को उन्हें विधानसभा में विपक्षी दल का नेता चुना गया। कांग्रेस नेता 2018 के विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष थे। राजनीति में उनके कद का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि कांग्रेस के अलावा दूसरे दल के नेता भी उनका बहुत सम्मान करते हैं।
सबसे अमीर विधायक, 514 करोड़ की है संपत्ति : साल 2018 में जब मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और मिजोरम में विधानसभा चुनाव हुए थे, तब भी टीएस सिंह देव सबसे अमीर विधायक थे। शपथपत्र के मुताबिक तब उन्होंने बताया था कि उनके पास 514 करोड़ रुपये की संपत्ति है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। 2018 में हुए चुनावों में कांग्रेस ने विधानसभा की 90 में से 68 सीटें हासिल की थी। वहीं बीजेपी 15 सीटों पर सिमट गई थी। जीत के बाद कांग्रेस ने भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बनाया था। हालांकि चुनाव के बाद से ही कई बार भूपेश बघेल और टीएस सिंह देव के बीच अनबन की खबरें आती रहीं। ऐसे में चुनाव से ऐन पहले टीएस सिंह देव को डिप्टी सीएम बनाकर कांग्रेस ने बड़ा दांव चल दिया है।