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रायगढ़ के सरिया में यूरिया की तस्करी कर रहा चंदन! समितियों पर खाद नहीं, बाजार में यूरिया की कालाबाजारी शुरू

सरिया/रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में यूरिया खाद का संकट गहरा गया है। सहकारी समितियों से लेकर अधिकृत दुकानों से यूरिया अचानक गायब हो गई है। किसान इसके लिए दर-दर भटक रहे हैं। मजबूरी में बाजार से महंगे दामों पर खरीदने को विवश हैं। समितियों से खाद गायब हुई तो बाजार में कालाबाजारी शुरू हो गई। इस जिले के सरिया नगर में एक चंदन नाम का व्यापारी यूरिया की इन दिनों खूब तस्करी कर रहा है और क्षेत्र के किसानों को दोगुने दाम में बेच रहा है। वर्तमान में हुई लगातार बारिश के वजह से किसानों को धान की रोपाई वाले खेतों में यूरिया की तत्काल जरूरत हैं, लेकिन आसानी से क्षेत्र के किसानों को मिल नहीं पा रही है। सरिया नगर पंचायत का यह व्यापारी सारंगढ़ के एक बड़े कारोबारी से यूरिया लाकर वैश्विक महामारी कोरोना काल की त्रास्दी में भी अन्नदाताओं को लूटने से बाज नहीं आ रहा है और 266.50 रूपए प्रति 45 किलो बोरी की खाद्य 400 से 450 रुपए तक बेच रहा है। स्थानीय किसानों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि यह कारोबारी नकद लेने वाले किसानों को 400 रुपए में बेच रहा है तो फसल कटाई के बाद पैसे देने वाले किसानों को 450 रुपए में दे रहा है। किसानों की माने तो वर्तमान में यूरिया धान की फसलों में नहीं डाला गया तो न सिर्फ उत्पादन पर प्रभाव पड़ेगा, बल्कि पौधे भी बड़े नहीं होंगे। इसलिए किसानों को मजबूरी में महंगी कीमत में लेने को विवश है।

किसानों की समस्या से किसी को नहीं है सरोकार: किसानों को सोसायटी में यूरिया नहीं मिल रहा है। जबकि कालाबाजारी जोरों पर चल रही है। मुनाफे के लालच में लोगों ने अवैध तरीके से यूरिया का भंडारण कर रखा है। यूरिया के अवैध कारोबार पर नकेल कसने प्रशासन व कृषि विभाग का अमला ध्यान नहीं दे रहा है। किसानों की समस्या से किसी भी विभाग के अधिकारी कर्मचारी को कोई सरोकार नहीं है। रायगढ़ जिले के बरमकेला व सारंगढ़ तहसील क्षेत्र में पिछले कई दिनों से यूरिया नहीं मिलने की शिकायत किसान कर रहे हैं, पर पूरा प्रशासनिक अमला कोरोना को ही कंट्रोल करने में अपने आप को व्यस्त दिखा रहा है। कृषि विभाग के अफसरों से लेकर तहसीलदार व एसडीएम तक यूरिया की कालाबाजारी पर रोक लगाने के लिए गंभीर नहीं है। इसका फायदा कालाबाजारी करने वाले व्यापारी उठा रहे हैं।

समिति प्रबंधक ने क्या कहा: 

यूरिया की डिमांड किसान कर रहे हैं। हमारे पास एक सप्ताह से यूरिया खत्म हो गई है। हमने यूरिया खाद्य की डिमांड भेज दी है। यूरिया आते ही किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।
गोपाल प्रधान, समिति प्रबंधक सरिया।

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