रायपुर। सीएम ने अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में गोधन न्याय योजना की छठवीं किश्त पशुपालकों के खाते में हस्तांतरित की। छठवीं किश्त के रूप में 01 से 15 अक्टूबर तक जिले के 16535 पशुपालकों से खरीदे गए 40950.79 क्विंटल के लिए 81 लाख 90 हजार का भुगतान किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पशुपालकों के हित को ध्यान में रखते हुये प्रारंभ की गई योजना की छठवीं किश्त आज उन्हें देते हुये बड़ी प्रसन्नता हो रही है। इस योजना ने न केवल पशुपालकों बल्कि अन्य ग्रामवासियों को भी बड़े पैमाने पर रोजगार के सूत्र में बांधा है, जो कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था की उन्नति के लिये एक मजबूत पहल साबित हो रही है। वीडियो कांफ्रेंसिंग से आयोजित इस कार्यक्रम में कलेक्टर भीम सिंह, एडीएम राजेन्द्र कटारा, सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, उप संचालक कृषि शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने रायगढ़ विकासखण्ड के ननसिया ग्राम में गौठान में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर रही वैभव लक्ष्मी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्यों से बात की। उन्होंने समूह की महिलाओं से खरीदे गये गोबर की मात्रा और उससे तैयार वर्मी कम्पोस्ट के बारे में जानकारी ली। साथ ही यह भी पूछा कि गोबर विक्रय की राशि प्राप्त हुई की नहीं, समूह की ओर से श्रीमती कीर्ति पटेल ने बताया कि गौठान में 1732 क्विंटल गोबर की खरीदी की गई है तथा गौठान के 20 वर्मी टांके में कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट की पहली खेप तैयार की जा चुकी है जिसकी पैकेजिंग भी हो चुकी है। इसके साथ ही समूह की महिलायें फिनाईल निर्माण तथा सब्जी उत्पादन, गोबर के दिये व गमले बनाने का कार्य भी करती है जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा हो रहा है। उन्होंने ग्रामीणजनों को सीधे व त्वरित लाभ पहुंचाने वाले इस योजना के लिये धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने समूह की महिलाओं को आगे बढिय़ा काम करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।