

रायपुर। छत्तीसगढ़ रायगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कालाखूंटा समेत आसपास के गांवों में छात्रों द्वारा घर की छतों पर चढ़कर मोबाइल नेटवर्क की रेंज प्राप्त कर ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने की खबर और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के निर्देश के बावजूद रिलायंस जिओ कंपनी द्वारा मोबाइल नेटवर्क शुरू नहीं करने राजधानी टाइम्स द्वारा प्रकाशित किया गया था। इसे देखते हुए मंत्री पटेल द्वारा जिओ कंपनियों के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए जल्द से जल्द मोबाइल टॉवर शुरू करने के निर्देश दिए थे। जिस पर सोमवार को सारंगढ़ विधायक, सरपंच व ग्रामीणों की उपस्थिति में मोबाइल टॉवर का उद्घाटन किया गया। इससे गांव में मोबाइल नेटवर्क की समस्या खत्म हो गई है। मोबाइल नेटवर्क शुरू करने की जानकारी बच्चों को हुई तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। बता दें कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के द्वारा वर्ष मार्च 2018 में प्रदेश के बीपीएल श्रेणी की महिलाओं और कॉलेज के विद्यार्थियों को दो साल में 50 लाख स्मार्ट फोन बांटने का भी प्लान तैयार किया था। इतने फोन के लिए मोबाइल कनेक्टिविटी की भी जरूरत थी। क्योंकि राज्य के ग्रामीण इलाकों में नेटवर्क की हालत बेहद खराब है। इसे दूर करने के लिए छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलों में ढाई हजार मोबाइल टॉवर खड़ा करने के लिए रिलायंस जियो के साथ अनुबंध किया था। इससे प्रदेश के 13900 गांवों में नेटवर्क उपलब्ध कराने का दावा था। वर्ष 2018 विधानसभा चुनाव को देखते हुए युद्धस्तर पर काम भी शुरू हुआ था। हालांकि चुनाव आचार संहिता लगने की वजह से ये काम रूक गया। इसके बाद सत्ता की कमान कांग्रेस के हाथ में चली गई तो मोबाइल वितरण पर रोक लगा दिया गया। इस दौरान राज्य के कई गांवों में मोबाइल टॉवर तो खड़ा कर लिया गया था, लेकिन ये महज शो पीस बनकर रह गए थे। ऐसा ही रायगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कालाखूंटा, कोटीखोली समेत अन्य पंचायतों में भी था। कंपनी ने टॉवर तो खड़ा किया था, लेकिन इसे चालू नहीं किया गया। इसका खामियाजा सबसे ज्यादा स्कूल-कॉलेज के छात्रों को उठानी पड़ रही थी। छात्र-छात्राएं घरों के छतों पर चढ़कर ढूंढकर पढ़ाई के लिए मजबूर थे। अब उनकी यह परेशानी दूर हो गई है।
नेटवर्क शुरू होने से इन गांवों के लोगों को फायदा: बरमकेला जनपद पंचायत क्षेत्र के कालाखूंटा व जोगनीपाली व कोटीखोल ग्राम पंचायत में मोबाइल नेटवर्क चालू होने पर करीब दो दर्जन गांव लाभान्वित होंगे। इनमें कालाखूंटा, जोगनीपाली, कमलापानी, केरमेली, खम्हरिया, अकबरटोला, बीजामाला, लीमपाली, बनवासपाली, झाल, सरायपाली, सेमरापाली, छैलभांठा, मौहाडीपा, तरेकेला, ढोसरबहाल, दमदमा, धौरादरहा, जालाकोना समेत 20 से 25 गांव लाभान्वित होंगे।

