बरमकेला। बारिश से पहले मेंटेनेंस पर करोड़ों खर्च करने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र की बिजली व्यवस्था चरमराई हुई है। थोड़ी सी बारिश बिजली का सबब बन जाती है। शनिवार-रविवार की शाम अचानक शुरू हुई थोड़ी देर की बारिश से रात भर बिजली गुल रही। इससे छत्तीसगढ़ रायगढ़ जिले के बरमकेला ब्लॉक अंतर्गत डोंगरीपाली क्षेत्र में दर्जनों गांव के 50 हजार से अधिक लोग परेशान हुए। पूरी रात अंधेरे में गुजारनी पड़ी। बिजली विभाग के अधिकारी विभाग में मेंटनेंस कर्मचारी कम होने का बहाना बनाकर ठीक करने भी नहीं पहुंचते। बरमकेला डोंगरीपाली फीडर के अंतर्गत सभी गांव घने जंगलों के बीच बसे हैं। यहां पेड़ पौधे की अधिकाधिक संख्या है। जंगलों के बीच से ही बिजली खंभे व तार गुजरे हुए है। बिजली तारों के आसपास पेड़ पौधों की टहनियों को साफ-सफाई बारिश के पहले करवाया जाता है। इसके लिए शासन से मेंटनेंस के नाम पर करोड़ों रुपए भी विभाग को मिलते है। यही नहीं, बारिश के पहले मेंटनेंस के नाम पर रोजाना 3 से 4 घंटे बिजली गुल कर दी जाती है, लेकिन जब बरसात का सीजन शुरू होता है तो थोड़ी सी बारिश से बिजली की आंख मिचौली शुरू हो जाती है। दरअसल, बरमकेला व सारंगढ़ के अफसर बिजली मेंटनेंस के लिए आए हुए पैसे का अपने मेंटनेंस पर खर्च कर देते हैं। इसका खामियाजा पूरे बारिश की सीजन में ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ता है।
अधिकारी रात में कर लेते हैं मोबाइल बंद: बिजली कंपनी को सबसे ज्यादा राजस्व ग्रामीण इलाकों से ही मिलता है। इसके बाद भी गांव के लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही हैं। उनकी शिकायत सुनने के लिए अधिकारियों को फुर्र्सत नहीं है। शनिवार-रविवार की रात जब बिजली गई तो लोगों ने कंपनी के अधिकारियों के मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया। लेकिन उन्होंने अपना नंबर बंद कर रखा था।