आम मुद्देछत्तीसगढ़रायगढ़

तीन दिनों तक बाढ़ में फंसे रहे, सब कुछ हो गया तबाह, अब मुआवजा मिलने का इंतजार कर रहे ग्रामीण

गजानन्द निषाद साल्हेओना बरमकेला। महानदी की तटवर्ती ग्राम कोर्रा में बीते 28 अगस्त को बाढ़ का पानी घुसने लगी थी। देखते ही देखते गांव के चारों तरफ पानी फैल गया और ग्रामीण बाढ में फंस गए। ऐसे में कुछेक ने अपने मकान के छत के ऊपर रहकर सामानों की रखवाली की तो किसी ने राहत कैम्प पहुंचकर बाढ़ का पानी उतरने की प्रतीक्षा की ।इस दौरान गांव के 20 – 25 कच्चा मकान क्षतिग्रस्त हो गए।अब ग्रामीणों को बाढ़ हुए नुकसानी का मुआवजा आने का इंतजार है। जल्द राहत देने की मांग की गई है। स बार महानदी का जलस्तर बढ़ने से बरमकेला तहसील क्षेत्र के कई गांवों को चपेट में ले लिया था। राहत की बात यह रही कि एकदम नदी के बसे ग्राम कोर्रा में बाढ़ का पानी मात्र तीन दिन तक रहा। ग्रामीणों ने बताया कि 28 अगस्त सुबह पानी घुसने लगा तो जरूरी सामानों को छत के ऊपर ढोने लगे और सुरक्षित जगह पर पहुंच गए। प्रशासन की सख्ती के बाद कुछ ग्रामीण राहत कैम्प भठली गए, लेकिन ज्यादातर लोग बाढ़ के पानी से घिरे अपने अपने पक्के मकानों पर ही रहे। बाढ़ पर नजर रखकर सामानों की देखरेख की।

बाढ़ में बह गए मवेशी व मुर्गियां: अब शासन के निर्देश पर ग्राम कोर्रा की जिसकी आबादी 600 है का सर्वे कराई गई है। जिसमें ग्रामीणों के 20 -25 कच्चा मकान क्षतिग्रस्त होना पाया है। वहीं मवेशी  व मुर्गियां भी बह गए है। ऐसे में ग्रामीणों को बाढ़ राहत मुआवजा राशि आने का इंतजार है ताकि आशियाने को नया अथवा मरम्मत कर सकेंगे।

फसल की हुई आंशिक खराब: यहां की भौगोलिक स्थिति को देखें तो किसानों की खेतों को बाढ़ ने ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाया। धान फसल वाले खेतों में बाढ़ पानी तीन दिन में चले जाने से पौधों को खराब करने हुआ। वैसे तो फसल की रकबा 600 एकड है किंतु नदी किनारे खेतों को ही नुकसान हो पाया।

प्रभावित ग्रामीणों की जुबानी
 00 बाढ़ के वजह से कच्चा मकान ध्वस्त हो गया है।फसल भी खराब हो गई है।सरकार जल्द मुआवजा प्रदान करें।
उत्तरा साहू
ग्रामीण, कोर्रा

00 सर्वे टीम ने घर – घर जाकर प्रकरण बनाया है। हमारे गांव में ज्यादा कच्चा मकान प्रभावित हुए है।

परमात्मा चौहान, ग्रामीण कोर्रा

Live Share Market
 

जवाब जरूर दे 

इंडिया गठबंधन का पीएम दावेदार किसे बनाना चाहिए?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Back to top button