Vegetable Farming Guide : सर्दियों के मौसम में सब्जियों की खेती कई किसानों के लिए चुनौती बन जाती है, लेकिन यदि किसान (Vegetable Farming Tips) सही तकनीक अपनाएं तो ऑफ-सीजन सब्ज़ियों की खेती करके भारी मुनाफा कमाया जा सकता है। कृषि विशेषज्ञों और ICAR के अनुसार—लो टनल तकनीक सर्दियों में गर्मियों वाली सब्जियाँ उगाने का प्रभावी और कम खर्च वाला तरीका है। इस तकनीक की मदद से किसान ठंड, पाला और तेज हवा से फसल को बचाते हुए पहले से 30–40 दिन जल्दी फसल तैयार कर सकते हैं।
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Vegetable Farming Tips लो-टनल तकनीक क्या है?
लो–टनल तकनीक में पौधों की कतारों पर लचीली, पारदर्शी प्लास्टिक शीट लगाई जाती है, जिससे पौधों के आसपास गर्माहट बनी रहती है। यह तकनीक ICAR द्वारा साझा की गई वैज्ञानिक विधि है, जिसके अनुसार पौधों को प्लास्टिक कवर के अंदर एक नियंत्रित माइक्रो-क्लाइमेट मिलता है और फसल तेजी से विकसित होती है। (Low Tunnel Technology) सर्दियों में ऑफ-सीजन सब्जियों की खेती करके किसान बढ़िया बाजार भाव भी प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि ठंड में इन सब्जियों की मांग काफी अधिक होती है।
Vegetable Farming Tips तकनीक के प्रमुख फायदे
ICAR के अनुसार, लो-टनल तकनीक के कई फायदे हैं
पौधों को ठंड, पाला और तेज हवा से सुरक्षा
सब्जियां 30–40 दिन पहले तैयार
कम लागत में आसान निर्माण
ऑफ-सीजन में ऊंचे दाम पर बिक्री
उत्पादन में वृद्धि और गुणवत्ता बेहतर
यह तकनीक किसानों को कम समय में अधिक कमाई का अवसर देती है और बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाती है। (Off Season Vegetable Farming)
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Vegetable Farming Tips लो-टनल तकनीक की निर्माण विधि
ICAR द्वारा सुझाई गई निर्माण प्रक्रिया इस प्रकार है
जस्ती लोहे की रॉड (1.5 से 2.5 मी.) पर 100 माइक्रॉन IR ग्रेड प्लास्टिक चढ़ाएं
ऊँचाई 40–60 सेमी रखें
पौध रोपाई 50 सेमी दूरी पर करें
कतार की दूरी 1.5 से 1.6 मीटर रखें
ड्रिप सिंचाई व्यवस्था का उपयोग करें
इस तकनीक की मदद से किसान खीरा, तुरई, करेला, लौकी, टमाटर, मिर्च, बैंगन, पत्ता गोभी, फूल गोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियाँ आसानी से उगा सकते हैं।







