Balrampur : वन परिक्षेत्र रामानुजगंज के अंतर्गत बीती रात मुखबिर पर की सूचना पर वन विभाग के द्वारा नए सोल्ड टाटा इंट्रा वी वाहन में तस्करी के लिए लोड किए गए 24 नाग साल चिरान (Sal Chiran) जिसकी कीमत करीब 2 लाख रुपए आकी जा रही है। जिसे दो तस्करों के साथ पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की। वन विभाग के द्वारा वन अधिनियम के तहत वाहन के राजसात कार्रवाई एवं दोनों तस्करों के विरुद्ध वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार बीती रात उपवनमंडलाअधिकारी अशोक तिवारी एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी संतोष पांडे को मुखबिर से झारखंड इमारती लकड़ी तस्करी (Sal Chiran) किए जाने की योजना की जानकारी मिली। जिसके बाद तत्काल वन अधिकारियों के निर्देश पर वन अमला सक्रिय हुआ। मुखबिर की सूचना पर बीती रात्रि करीब रात्रि 1बजे ग्राम लावा वन विभाग की टीम पहुची।
जिनके द्वारा वाहन मालिक राहुल कुमार पिता विजय चंद्रवंशीउम्र 27 वर्ष,ड्राइवर शाहिद अंसारी पिता आशिक अंसारी उम्र 18 वर्ष दोनों नवाडीह जिला गढ़वा झारखण्ड के द्वारा नए टाटा इंट्रा वी वाहन में 24 नग साल चिरान लोड तस्करी धर दबोचा।लकड़ी की कीमत 2 लाख के करीब आकी जा रही है। इस कार्यवाही में वनपाल शिवलाल पन्ना, शांति प्रकाश लकड़ा,पिंटू मालाकार नरेश पैकरा, कृष्णा पैकरा, जितेंद्र कुमार सक्रिय रहे।
उपवन मंडल अधिकारी अशोक तिवारी ने बताया की मुखबीर की सूचना पर 24 नग साल चिराग पकड़ा गया जिसकी कीमत 2 लाख के करीब है। वन अधिनियम के तहत कार्यवाही की जारी है। लगातार इस प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी।
जिस प्रकार से नए वाहन में गढ़वा जिला के तस्करों (Sal Chiran) के द्वारा गढ़वा जिला में इमारती लकड़ी ले जाए जाने की योजना थी निश्चित रूप से इसमें अंतरराज्य वन जाच नाका की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है इसके पूर्व भी कई बार वन जांच नाका के भूमिका को लेकर सवाल खड़े हुए आखिर में कैसे वन जांच नाका के रहते अवैध रूप से इमारती लकड़ी की तस्करी लगातार जारी है।