Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों को खात्में के लिए सुरक्षाबल लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बीजापुर और नारायणपुर जिले में पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार (Narayanpur Naxalite Encounter) गिराया है। मौके से जवानों ने एके-47, एसएलआर जैसे हथियार और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
नक्सलियों के विरुद्ध शुक्रवार की कार्रवाई इसलिए भी खास रही की जवानों ने वामपंथी उग्रवादियों को उनके रनिंग ट्रेनिंग कैंप में ही घेरकर मारा गिराया। इस आपरेशन का मास्टर प्लान बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने तैयार किया था। प्लानिंग इतनी जबरदस्त थी कि पिछले 24 साल में पहली बार नक्सली जहां संगठन में भर्ती नए सदस्यों को ट्रेनिंग देते हैं, वहां घुसकर मारा है।
यहां तक पहुंचना आसान नहीं होता है। यहां नक्सलियों का पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था होता है। इसके बाद भी सुरक्षा जवान ने यहां पहुंच कर 31 खूंखार नक्सलियों को मार गिराया। इसका नेतृत्व दंतेवाड़ा जिले में पदस्थ आईपीएस एडिशनल एसपी स्मृतिक राजनाला के साथ दो डीएसपी राहुल उइके और प्रशांत देवांगन कर रहे हैं थे। इन्हीं तीनों के कुशल नेतृत्व में आज तक की सबसे बड़ी सफलता मिली।
गुरिल्ला वार के मास्टर ट्रेनर का भी मारे गए हैं। पूर्वी बस्तर डिविजन को गुरिल्ला वार की ट्रेनिंग दे रहे कमलेश और उर्मिला उर्फ नीति भी हमले में मारे गए नक्सलियों में शामिल हैं। पुलिस सूचना तंत्र मजबूत होने के कारण पिछले दो दिनों से क्षेत्र की घेराबंदी चल रही थी। नक्सलियों का तंत्र कुछ इस कदर ध्वस्त हो चुका है कि उन्हें भनक तक नहीं लगी। कुछ वर्ष पहले किसी बाहरी व्यक्ति या वाहन के क्षेत्र में पहुंचते ही नक्सली सक्रिय हो जाते थे।
पहाडियों और वर्तमान समय में भारी बारिश के कारण उफनती नदियों और नालों से घिरा दंतेवाड़ा जिले का थूली गांव मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर है तो नारायणपुर से भी लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसा पहली बार हुआ है की जवानों ने नक्सलियों को रनिंग ट्रेनिंग कैंप में घुसकर मारा (Narayanpur Naxalite Encounter) है।