Politics News : इस साल के अंत में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। वहीं 2024 में लोकसभा का भी चुनाव होगा। बीजेपी के लिए दोनों ही चुनाव अहम है, ऐसे में भाजपा शीर्ष नेतृत्व ने अपने कुनबे को संभालने की कवायद शुरू कर दी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि मानसून सत्र से पहले मोदी सरकार मंत्रिमंडल विस्तार (Modi Cabinet) पर विचार कर सकती है।
जिसमें अपने सहयोगी दलों (Modi Cabinet) के साथ ही पार्टी का फोकस उन राज्यों पर भी होगा जहां इसी साल विधानसभा चुनाव होना है। जिन राज्यों में इस साल के अंत में चुनाव होना है उनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं। बीजेपी किसी भी चुनाव को कम नहीं आंकती है।
पार्टी अब अपने सहयोगियों को साथ लेकर राज्यों में अपनी स्थिति मजबूत करने में लगी है। बीजेपी नेतृत्व यह मान कर चल रहा है कि पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर लोकसभा चुनाव में भी पड़ेगा। इसलिए मोदी सरकार एक तीर से दो निशाना साधने का काम कर रही है।
विधानसभा चुनाव पर नजर मोदी सरकार मंत्रीमंडल (Modi Cabinet) का अगर विस्तार करती है तो उसकी नजर सबसे पहले उन पांचों राज्यों पर रहेगी जहां पर साल के अंत में चुनाव होने हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो इन राज्यों के सांसदों को मंत्रीमंडल में जगह दी जा सकती है जिसकी खास वजह है राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव।
बीजेपी इन राज्यों में होने वाले चुनावों में जीत दर्ज करने के लिए हर संभव प्रयास करेगी क्योंकि इन चुनावों का सीधा असर लोकसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। मोदी कैबिनेट में फेरबदल होती है तो राजस्थान,एमपी और छत्तीसगढ़ को अधिक महत्व दिया जाएगा। तीनों राज्यों से अभी 10 मंत्री कैबिनेट में शामिल हैं। ऐसे में संभावनाएं यह भी जताई जा रही है कि खराब परफॉर्मेंस वाले मंत्रियों को हटाया जा सकता है या फिर उनके विभाग में परिवर्तन किया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ से किसी मिलेगी जगह : छत्तीसगढ़ से विजय बघेल और सरोज पांडेय मंत्री की रेस में सबसे आगे हैं। वहीं मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कई नेताओं को संगठन में भी शामिल किए जाने की चर्चा है।
सहयोगी दलों पर भी रहेगा फोकस : विपक्ष जहां एक तरफ महागबंधन बनाकर मोदी सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ने की रणनीति बना रहा है वहीं बीजेपी अपने सहयोगियों की संख्या बढ़ाने और मौजूदा सहयोगियों को खुश रखने की रणनीति पर काम कर रही है।