Sunday, October 6, 2024
Homeछत्तीसगढ़बलरामपुरHostage Laborers Free : 9 मजदर कर्नाटक में बंधक बनाए गए, 6...

Hostage Laborers Free : 9 मजदर कर्नाटक में बंधक बनाए गए, 6 जान बचाकर भागे, सुनाई दर्दनाक दास्तां, इस तरह छुड़ाए गए

Balrampur News : मजदूरी करवाने के नाम पर दूसरे प्रदेशों में ले जाकर मजदूरों को बंधक (Hostage Laborers Free) बनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में इसी तरह का एक और मामला सामने आया है, यहां के 15 मजदूरों को कर्नाटक में बंधक बनाकर मजदूरी कराई जा रही थी। इनमें से 6 मजदूर किसी तरह भागकर बलरामपुर पहुंचे, जिन्होंने यह जानकारी स्थानीय कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह को दी। विधायक ने कलेक्टर-एसपी से चर्चा की। इसके बाद प्रशासन ने बंधक बनाए गए मजदूरों को छुड़ा लिया है।

जानकारी के मुताबिक, ग्राम आरागाही नवापारा के 9 मजदूर कर्नाटक के बेंगलुरु में बंधक (Hostage Laborers Free) बनाए गए थे जिन्हें गुरूवार को सकुशल वापस पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उमेद सिंह द्वारा गठित पुलिस टीम लेकर लौटी। पुलिस के मुताबिक, ग्राम नवापारा के देव कुमार राम, दीनू राम, मनोज राम कुलदीप कुमार आशुतोष प्रसाद, टूलू राम,अर्जुन राम लक्ष्मण राम, बृहस्पति राम सहित 16 मजदूर ठेकेदार शमशाद अंसारी ग्राम सन्तुवा थाना चैनपुर झारखंड के द्वारा कर्नाटक के बेंगलुरु यशवंतपुर 29 जून को भेजा गया था।

जहां उनसे 24 घंटे काम कराए जा रहा था। वहीं खाना पीना भी ढंग से नहीं दिया जाता और विरोध करने पर मारपीट भी किया जाता था। इससे परेशान होकर 15 मजदूरों में से 6 मजदूर किसी प्रकार वहां से भाग गए वहीं 9 मजदूर बंधक (Hostage Laborers Free) बन गए थे जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना अपने परिजनों को दी तो परिजन विधायक बृहस्पति सिंह के पास आकर जानकारी दी जिनके द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक मजदूरों के फंसे होने की जानकारी दी तो पुलिस अधीक्षक के द्वारा 12 घंटे के अंदर पुलिस बल मौके पर भेजा। जिसके बाद मजदूरों को वापस लाया गया।

मजदूर ने भेजा लाइव लोकेशन : किसी प्रकार एक मजदूर द्वारा विधायक बृहस्पति सिंह से बात की और वहां के वस्तुस्थिति से अवगत कराया। इसके बाद उन्होंने लाइव लोकेशन भेजने को कहा तो मजदूर के द्वारा लाइव लोकेशन कैसे भेजते हैं वह नहीं जानता था जिसके बाद विधायक द्वारा ही लाइव लोकेशन भेजना बताया गया तो वह विधायक को लाइव लोकेशन भेजा जिससे पुलिस को बड़ी मदद हुई। 9 मजदूरों को छुड़ाने छत्तीसगढ़ से गई पुलिस टीम द्वारा सदाशिव नगर थाना बेंगलुरु में जाकर संपर्क किया यहां से उन्हें पुलिस की सहायता मिली। स्थानीय लेबर इंस्पेक्टर के सहयोग से सभी बंधुओ को छुड़ाने (Hostage Laborers Free) में सफलता मिली।