Sarangarh-Bilaigarh

Dolomite Mine : डोलोमाइट खदान में ब्लास्ट होते ही थर्राया गांव, मोटरपंप धंसे, पानी संकट गहराया

Baramkela : छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरिया तहसील अंतर्गत डोलोमाइट खदानों (Dolomite Mine) में हो रही लगातार ब्लास्टिंग से आसपास के ग्रामीणों की समस्याएं दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही हैं। खदानों से महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर बसे ग्रामीणों के घरों में लगे मोटरपंप जमीन में धंस कर खराब हो चुके हैं। इससे न सिर्फ पीने के पानी की किल्लत शुरू हो गई है, बल्कि खेतों की सिंचाई भी प्रभावित हो रही है।

ग्राम पंचायत बिलाईगढ़ अ के ग्रामीण मोहन लाल पिता उज्जल साय और खीरसागर पटेल के घरों में लगे मोटरपंप डोलोमाइट खदानों (Dolomite Mine) में बार-बार हो रही बारूद ब्लास्टिंग के कारण धंस गए हैं। मोहन लाल के खेत (खसरा नंबर 406/4 ढ) में ट्यूबवेल से घरेलू उपयोग के लिए पानी निकाला जाता था, लेकिन ब्लास्टिंग के बाद नीचे मलबा भर जाने से मोटरपंप पूरी तरह जाम हो गया है। इसी तरह खीरसागर पटेल के खेत (खसरा नंबर 385/13) में चालू मोटरपंप 100 फीट से नीचे नहीं उतर रहा है।

ग्रामीणों का आरोप है कि रमेश कुमार और घनश्याम अग्रवाल द्वारा संचालित खदानों (Dolomite Mine) में मनमाने ढंग से बारूद लगाकर ब्लास्टिंग की जा रही है। इससे खेतों की जमीन खिसक रही है और मोटरपंप बेकार हो रहे हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से इसकी लिखित शिकायत भी की है, परंतु अब तक कोई जांच या कार्रवाई नहीं हुई है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि खदानों से मात्र 400 मीटर की दूरी पर बसे गांवों में पानी संकट गहराता जा रहा है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो यह संकट और विकराल रूप ले सकता है। ग्रामीण अब न्याय और राहत की उम्मीद में प्रशासन की ओर देख रहे हैं।

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