Friday, November 8, 2024
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Dharsiwa Vidhan Sabha : कांग्रेस लहर में ढह गया था बीजेपी का ये मजबूत किला!

CG Dharsiwa Assembly : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जिले की धरसींवा विधानसभा (Dharsiwa Vidhan Sabha) सीट बीजेपी का मजबूत किला हुआ करती थी। जब से छत्तीसगढ़ राज्य बना है तब से लेकर अब तक यहां पर भारतीय जनता पार्टी की ही जीत हो रही थी। देवजी भाई पटेल इस सीट पर जीत की हैट्रिक लगा चुके थे, लेकिन 2018 में कांग्रेस लहर में भारतीय जनता पार्टी का ये किला ढह गया। कांग्रेस की अनिता शर्मा ने देवजी भाई पटेल को 19400 मतों से हराया था। कांग्रेस इस सीट को 2023 में बरकरार रखने के लिए जद्दोजहद कर रही है। वहीं बीजेपी दोबारा इस सीट को जीतने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही।

धरसींवा विधानसभा (Dharsiwa Vidhan Sabha) क्षेत्र का ज्यादातर हिस्सा औद्योगिक क्षेत्र में आता है। इस विधानसभा क्षेत्र में 90 के दशक में ही औद्योगिकरण की शुरुआत हुई। इसके बाद से लगातार यहां उद्योग धंधे बढऩे लगे. वर्तमान में खेती बाड़ी के लिए महज कुछ हिस्सा ही बाकी है। यह विधानसभा सीट सामान्य श्रेणी में है। वर्तमान में यहां से कांग्रेस की अनीता शर्मा विधायक हैं।

अनीता शर्मा कांग्रेस नेता योगेंद्र शर्मा की पत्नी हैं, जिनकी साल 2013 में झीरम घाटी नक्सली हमले में मौत हो गई थी। उस दौरान कांग्रेस ने उनकी पत्नी अनीता शर्मा को धरसींवा से टिकट दिया। लेकिन वे 2000 वोटों से हार गई। हालांकि 2018 में भी कांग्रेस ने फि र से अनिता को टिकट दिया और इस बार वे लगभग 19400 मतों से विजयी रहीं। धरसींवा विधायक चुने जाने के बाद अनीता शर्मा को छत्तीसगढ़ विधानसभा में सरकारी उपक्रमों और प्रत्यायुक्त विधानसभा समिति का सदस्य भी बनाया गया।

धरसींवा विधानसभा सीट के प्रमुख मुद्दे और समस्याएं : धरसींवा विधानसभा (Dharsiwa Vidhan Sabha) में बिजली, पानी, सड़क की सुविधा तो बेहतर है लेकिन यहां के लोगों को भारी प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। यहां सीमेंट प्लांट से लेकर रेलिंग मिल तक सभी उद्योग हैं। औद्योगिक क्षेत्र होने की वजह से यहां धुंए का गुबार चारों ओर देखने को मिलता है। लोगों के स्वास्थ्य पर इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। यही वजह है कि यहां सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा प्रदूषण रहा है।

पिछले विधानसभा (Dharsiwa Vidhan Sabha) चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों ने प्रदूषण को ही मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा और जीतने के बाद इसी मुद्दे को किनारे कर दिया। यही वजह है कि आज भी यह क्षेत्र भारी प्रदूषण की समस्या झेल रहा है। हालांकि लगातार स्थापित हो रहे उद्योगों की वजह से यहां रोजगार की समस्या न के बराबर है। लोगों को रोजगार मिल रहा है. हालांकि अब रोजगार के अवसर पर भी बाहरी लोगों के कब्जे में होने से स्थानीय बेरोजगारों के सामने एक बड़ी चुनौती है।

मतदाताओं पर एक नजर
कुल मतदाता
2,09,629
पुरूष मतदाता
1,05,723
महिला मतदाता
1,03,900
थर्ड जेंडर मतदाता
०6

कांग्रेस से ये हैं दावेदार : कांग्रेस से वर्तमान विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही हैं। इसके अलावा कांग्रेस के युवा नेता भावेश बघेल, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चंद्रशेखर शुक्ला, जिला पंचायत अध्यक्ष डोमेश्वरी वर्मा, कांग्रेस जिला अध्यक्ष उधोराम वर्मा, जनपद पंचायत तिल्दा के अध्यक्ष देवव्रत नायक, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अरविंद देवांगन, आरंग जनपद पंचायत अध्यक्ष खिलेश देवांगन दावेदारी पेश की हैं।

भाजपा में इनका दावा मजबूत : भाजपा में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल, खरोरा नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल सोनी, पूर्व आईएएस गणेश शंकर मिश्रा, अजय शुक्ला, छत्तीसगढ़ी कलाकार अनुज शर्मा, पूर्व भाजपा अध्यक्ष डॉ गुलाब टिकरिहा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य चंद्रकाती वर्मा, जि़ला पंचायत सदस्य सोना वर्मा, राम खिलावन धीवर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष महेश नायक, राम खिलावन वर्मा प्रमुख दावेदार हैं।