Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ में सत्तासीन कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों (Congress Candidate Selection) को लेकर पार्टी में ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। उम्मीदवारों के चयन को लेकर बैठक पर बैठक हो रही है, पर पार्टी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच रही है। पार्टी सूत्रों की मानें तो इसकी वजह कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व और छग कांग्रेस के सर्वे रिपोर्ट में अंतर बताया जा रहा है। इन सर्वे में अलग-अलग रिपोर्ट होने के कारण पार्टी नाम फाइनल नहीं कर पा रही है।
कांग्रेस में प्रत्याशी (Congress Candidate Selection) चयन को लेकर लगातार बैठकों का दौर जारी है। बीती रात सीएम हाउस में फिर एक बैठक रखी गई, जिसमें प्रत्याशी चयन को लेकर पैनल तैयार करने के लिए पार्टी के नेताओं के बीच देर रात तक चर्चा चलती रही। बैठक में तय हो गया है कि मंत्रियों की टिकिट नहीं काटी जाएगी लेकिन सूत्रों के मुताबिक दो मंत्रियों को लेकर अब भी संशय की स्थिति है, वहीं 14 विधायकों की टिकिट भी खतरे में है।
इससे पहले हुई स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में कई जगहों से सिंगल नामों का पैनल था लेकिन दिल्ली की सर्वे रिपोर्ट और यहां की रिपोर्ट में काफी अंतर पाया गया। 14 ऐसे विधायक जिनकी सर्वे रिपोर्ट खराब आई है, उनमें से कुछ के नामों के सिंगल पैनल ही थे।
वहीं जिन दो मंत्रियों की टिकिट काटने की बात सामने आ रही थी, उन्हे दूसरे सीटों में मैनेज करने की कवायद भी चल रही है लेकिन स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने वरिष्ठ नेताओं को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि तैयार किए जा रहे नए पैनल के साथ किसी भी सीट में सिर्फ सत्ता-संगठन की गोपनीय रिपोर्ट और स्थानीय स्तर पर मिले फीडबैक को ही मद्देनजर रखा जाएगा। मतलब स्पष्ट है कि पार्टी इस बार चेहरा नहीं, बल्कि रिपोर्ट के आधार पर ही टिकट फाइनल करेगी। ऐसे में इनका टिकट काटना लगभग तय है।