Balrampur News : छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव (Chief Secretary Order) के भी निर्देश के बाद भी बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के द्वारा निर्देश को अनदेखा किया जा रहा है। मुख्य सचिव (Chief Secretary Order) के द्वारा लोक निर्माण विभाग के सभी सड़कों के खतरनाक हो चुके बड़े गड्ढों को तत्काल भरने के निर्देश दिए थे।
परंतु लोक निर्माण विभाग की ऐसी लापरवाही की 48 करोड़ का सड़क तो बनवा दिया परंतु जानलेवा गड्ढे नहीं भर पा रही है जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है जिसे लेकर लोगों में आक्रोश है। जिला पंचायत के सभापति ने कहा कि यदि भविष्य में गड्ढों के कारण कोई भी दुर्घटना होती है तो लोक निर्माण विभाग के जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी
एलडब्ल्यूई योजना अंतर्गत लुर्गी, रामचंद्रपुर, सनावल रोड 48 किलोमीटर 48 करोड़ लागत से लोक निर्माण विभाग के द्वारा बनवाया गया था परंतु सड़क को लेकर लोक निर्माण विभाग किस प्रकार से बेपरवाह हो गया है। इसे इस बात से समझा जा सकता है कि छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव (Chief Secretary Order) के द्वारा अभी कुछ दिन पूर्व ही निर्देश जारी किए थे कि जितने भी लोक निर्माण विभाग के सड़कों के बड़े एवं खतरनाक गड्ढे हैं उन्हें तत्काल भरा जाए।
परंतु लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगी उन गड्ढों को भरवाना तो दूर उन्हें देखने तक की जहमत नहीं उठाई। इस रोड में ग्राम कलिकापुर एवं चीनया के पास बड़ा एवं खतरनाक गड्ढा है जिसम आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं कई बार स्थानीय लोगों के द्वारा यहां तक कि जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सूचना दी गई परंतु विभाग के अधिकारी गड्ढों तक को नहीं भरवा पा रहे।
आए दिन हो रही है दुर्घटनाएं : ग्राम कलिकापुर एवं ग्राम चीनिया के पास जो खतरनाक बड़े गड्ढे हैं उससे प्रतिदिन दुर्घटनाएं हो रही है इन गड्ढों कारण बड़ी दुर्घटनाएं भी घट चुकी है परंतु विभाग के अधिकारी गड्ढों को क्यों नहीं भरवा पा रहे हैं यह समझ से परे है।
जिला पंचायत के सभापति राजेश यादव ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की बड़ी लापरवाही है ग्राम कलिकापुर एवं ग्राम चीनिया के समीप बड़ा गड्ढा हो गया है जिसे तत्काल भरवाए जाना बहुत ही आवश्यक है परंतु इसके बाद भी विभाग नहीं भरवा पा रहा है श्री यादव ने कहा कि गड्ढों से यदि दुर्घटना भविष्य में होती है तो ऐसे लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।