बरमकेला। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरिया तहसील मुख्यालय से महज छ: किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पिक्रीमाल में दो प्रमुख निस्तारी तालाब की पानी सूख चुके हैं। ऐसे में ग्रामीणों को नहाने – धोने के लिए बिजली चलित बोर पंप के सहारे जीवन यापन गुजारा करना पड़ रहा है। लेकिन बिजली गुल होने की स्थिति में दूसरे गांव बोरे की तालाब को जाते हैं। जनपद पंचायत बरमकेला के ग्राम पंचायत पिक्रीमाल की आबादी एक हजार से अधिक है। गांव के बस्ती व डीपापारा के ग्रामीणों के लिए दो निस्तारी तालाब है। डीपापारा मोहल्ले की तालाब दो माह पहले से ही पूरी तरह से सूख चुकी है। तालाब में पानी नहीं होने से ग्रामीणों को नहाने धोने के लिए एक सरकारी बोर पंप जो प्रायमरी स्कूल के पास है उपयोग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस क्षेत्र में बार-बार बिजली कटौती के चलते बोर नहीं चल पाता ऐसी स्थिति में ग्रामीणों को पड़ोसी गांव बोरे के तालाब जाना पड़ता है। इसी तरह बस्ती मोहल्ले की है। हालांकि इस बस्ती के आसपास खेतों में किसानों के बोर पंप चलते रहते हैं तो ज्यादा दिक्कत नहीं होती। पंचायत पदाधिकारियों ने तालाबों के पास बोर खनन करा रहे हैं लेकिन वाटर लेवल बहुत ही गहरा होने से निर्धारित गहराई तक ही खोदाई कराने से समस्या बनी हुई है।
यहां की लाटर लेवल काफ ी नीचे है : पिछले सप्ताह सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े के प्रयास से यहां बोर खनन कराया गया था लेकिन कोई फायदा नहीं मिला। क्योंकि 400 फ ीट तक ही खनन हो पाया। चूंकि इस गांव की वाटर लेवल 600 से ऊपर बताई जा रही है। गांव के किसानों के बोर पंप सूख चुके हैं। एक – दो सरकारी बोर के सहारे गांव का पेयजल व निस्तारी की व्यवस्था बनाई गई है।
ध्यान नहीं है सरपंच-सचिव का : ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरपंच व पंचायत सचिव ने पेयजल व निस्तारी के लिए कोई पहल नहीं कर रहे हैं। पिछले कार्यकाल के द्वारा जो व्यवस्था बनाई थी उसके बाद नया नहीं किया जा रहा है। इसके चलते ग्रामीणों की परेशानी बनी हुई है।
गांव की निस्तारी तालाब सूख चुके हैं। नहाने – धोने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता है। बिजली रहने से बोर से काम चला लेते हैं लेकिन बिजली गुल रहने से परेशानी बढ़ जाती है।
पुसराम पटेल, ग्रामीण पिक्रीमाल .
अधिकारियों ने इस गांव के तरफ ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। ऐसे में यहां की समस्या बढ़ती जा रही है। गांव में बड़े पानी टंकी की जरुरत है। किसी मोहल्ले में हैंडपंप नहीं चल पाता है।
प्रदीप पटेल, ग्रामीण पिक्रीमाल .
गांव में वाटर लेवल की समस्या के चलते न हैंडपंप चल रहे हैं और न ही बोरपंप । तीन बोर खनन करा चुके हैं। लेकिन पानी नहीं मिला। फिर से पंचायत फंड से दो बोर खनन कराने की योजना है।
अंतर्यामी विश्वाल, पंचायत सचिव पिक्रीमाल .