Baramkela Apex Bank Fraud : छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी अपेक्स बैंक (Baramkela Apex Bank Fraud ) की रायगढ़, जशपुर और सारंगढ़ जिले की बरमकेला शाखा में वित्तीय अनियमितताओं और गबन के मामलों की जांच रिपोर्ट समय पर नहीं सौंपने वाले अधिकारियों को अब नोटिस जारी किया जाएगा। बैंक के प्राधिकृत अधिकारी केदार नाथ गुप्ता ने इस संबंध में सख्त निर्देश देते हुए एक माह के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
दरअसल, हाल ही में बरमकेला शाखा (Baramkela Apex Bank Fraud ) में हुए गबन प्रकरण और रायगढ़, जशपुर, सारंगढ़ तथा अंबिकापुर जिलों की सहकारी बैंकों की संदिग्ध वित्तीय लेनदेन की नवा रायपुर स्थित मुख्यालय में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की गई। बैठक में यह तथ्य सामने आया कि इन शाखाओं में बीते तीन वर्षों से वित्तीय अनियमितताओं की जांच लंबित है, जबकि दिसंबर 2024 तक जांच पूरी करने का समय दिया गया था।
बरमकेला में अप्रैल 2024 से नवंबर 2024 के बीच हुए लगभग ₹9.91 करोड़ के गबन की रिपोर्ट मार्च 2025 में सौंप दी गई थी, जिसमें कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन उजागर हुए। इस रिपोर्ट के आधार पर बैंक के कई नियमित अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर विभागीय कार्रवाई की जा रही है, जबकि आउटसोर्स कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई, उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।
अंबिकापुर जिले की सहकारी शाखाओं में भी गबन की जानकारी सामने आई है, जिस पर सीईओ के खिलाफ तत्काल वैधानिक कार्रवाई कर राशि की वसूली के निर्देश दिए गए हैं।
गबन में लिप्त पाए गए अधिकारी निलंबित (Baramkela Apex Bank Fraud)
बरमकेला शाखा में अप्रैल 2024 से नवंबर 2024 के बीच हुए संदिग्ध ट्रांजेक्शन में गबन की राशि लगभग 9.91 करोड़ रुपये पाई गई। जांच दल की रिपोर्ट के आधार पर बैंक के नियमित अधिकारियों और कर्मचारियों को निलंबित कर उनके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू की गई है। आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी गई है।
सीईओ और शाखा प्रमुखों पर सख्त रुख
केदार नाथ गुप्ता ने बैंक सीईओ को तत्काल वैधानिक कार्रवाई कर राशि की वसूली के निर्देश दिए हैं। रायगढ़, जशपुर और सारंगढ़ शाखाओं में तीन वर्षों से लंबित जांच रिपोर्ट अब तक प्रस्तुत नहीं की गई, जिसे लेकर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। अंबिकापुर शाखा में भी गबन के संकेत मिले हैं।