Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ को आज दूसरी वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) मिल गई है। दुर्ग-विशाखापट्नम ट्रेन की शुरुआत सोमवार को रायपुर से हुई। PM नरेंद्र मोदी ने शाम 4.15 बजे वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। रात 12.20 बजे यह ट्रेन विशाखापट्टनम पहुंचेगी।
इसका पहला सफर दुर्ग की महिला ट्रेन सुपरिटेंडेंट अंजु लकड़ा की निगरानी में हो रहा है। रायपुर में राज्यपाल रमेन डेका ने इसे हरी झंडी दिखाई। इस दौरान डिप्टी सीएम, सांसद समेत कई विधायकों और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) का किराया
दुर्ग से विशाखापट्टनम तक एग्जीक्यूटिव का किराया 2410, चेयर कार का 1205 रुपए तय किया गया है। वहीं रायपुर से एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 2300 रुपए और चेयर कार का 1150 रुपए है। जबकि दुर्ग से विशाखापट्टनम जाने के लिए सामान्य ट्रेन से करीब 16 घंटे लगते हैं। जनरल का किराया 170 रुपए, स्लीपर का 320 रुपए, 3AC का 812 और 2AC का किराया 1169 रुपए है।
जानिए वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Express) की खासियत और सुविधा
वंदे भारत ट्रेन भारत में सबसे तेज चलनी वाली ट्रेन है। यह ट्रेन सिर्फ 52 सेकेंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ लेती है। फिलहाल इसे रेलवे 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चला रही हैं, जिसे 200 किमी प्रति घंटे तक ले जाने का प्लान है।
वंदे भारत एक्सप्रेस में 16 यात्री कारें होती हैं। इसमें 1,128 लोगों के बैठने की क्षमता होती है।
वंदे भारत एक्सप्रेस का बाहरी ढांचा बुलेट ट्रेन जैसा होता है।
इसके हर छोर पर एक ड्राइवर कोच होता है।
वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत में इसे ट्रेन 18 के नाम से जाना जाता था।
साल 2018 में परीक्षणों के बाद इसका नाम बदलकर वंदे भारत कर दिया गया।
वंदे भारत एक्सप्रेस की टॉप स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है।
ये खासियतें भी जानें
वाईफाई कंटेंट ऑन डिमांड सुविधा।
एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें इसकी अन्य विशेषताओं में शामिल है।
इसमें अलग से इंजन नहीं होता है। आगे और पीछे, दोनों तरफ लोको पायलट केबिन बने हैं।
सिक्योरिटी के लिहाज से सीसीटीवी भी लगे हैं।
इस ट्रेन के लगेज रैक में एलईडी डिफ्यूज लाइट्स लगी हैं, जो अक्सर विमानों में लगी होती हैं।