Chhattisgarh News : महादेव एप्प को भाजपा की केंद्र सरकार और यूपी की योगी सरकार (Mahadev App Yogi Govt) का संरक्षण है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ में ईडी द्वारा महादेव एप्प को लेकर की गयी कार्यवाही भाजपाई हुक्मरानों को बचाने तथा छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के उद्देश्य से की गयी है।
महादेव एप्प (Mahadev App Yogi Govt) बना कर संगठित आर्थिक अपराध सट्टा खिलाने का नेटवर्क पूरे देश में चलाया जा रहा था। छत्तीसगढ़ में महादेव एप्प के संचालन की जानकारी सामने आयी थी। इस प्रकार की गतिविधियों की जानकारी सामने आने के बाद महादेव एप्प में छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कार्यवाही की जा रही है।
बड़े पैमाने पर अपराधियों की छत्तीसगढ़ और देश भर में गिरफ्तारियां भी की गयी। इस गैर कानूनी गतिविधियों पर अंकुश लगाने की कार्यवाही की जा रही है। एकमात्र छत्तीसगढ़ पुलिस इस मामले में कार्यवाही कर रही है। अभी तक छत्तीसगढ़ पुलिस ने 98 आरोपियों पर कार्यवाही कर चुकी है।
आनंद शुक्ला ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ छत्तीसगढ़ की पुलिस इस संगठित गिरोह के अपराधियो के खिलाफ कार्यवाही करती है। कांग्रेस पार्टी का यह आरोप है कि भाजपा के लोग कही न कही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस अवैध कृत्य में अवश्य शामिल है। अगर शामिल नहीं होते तो आजाद भारत का यह पहला मामला है जब छत्तीसगढ़ की पुलिस उत्तर प्रदेश (Mahadev App Yogi Govt) में अपराधियो को पकड़ने जाये और अपराधियों को संरक्षण देने के लिये उत्तर प्रदेश की पुलिस छत्तीसगढ़ पुलिस के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लेती है।
आनंद शुक्ला ने कहा कि जैसे ही छत्तसगढ़ पुलिस को पता चला कि महादेव एप्प (Mahadev App Yogi Govt) संचालन का केंद्र बिन्दु उत्तर प्रदेश का नोएडा शहर है जो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी आता है, छत्तीसगढ़ पुलिस वहां कार्यवाही करने गयी थी। जब छत्तीसगढ़ पुलिस ने नोएडा में 9 सटोरियों को गिरफ्तार किया तब उत्तर प्रदेश पुलिस सहयोग करने के बजाय अपराधियों के बचाव में उतर आयी है। यूपी पुलिस ने कार्यवाही करने वाले पुलिस अधिकारियों पर धारा 365 के तहत अपहरण का अपराध दर्ज कर लिया।
यही नहीं जब नोएडा पुलिस को यह जानकारी मिली कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधियों पर कार्यवाही करने आ रही तब उसने एक दिन पहले 9 आरोपियों को जुआ एक्ट में गिरफ्तार कर लिया ताकि छत्तीसगढ़ पुलिस उन्हें पकड़ न पाये और बाद में उनको मुचलके पर छोड़ भी दिया।