मानसून शुरू होते ही बाजारों में कई मौसमी और देसी सब्जियों की बहार आ जाती है। इन्हीं में से एक है ककोड़ा (Local Vegetable Kakoda), जिसे अलग-अलग इलाकों में खेक्सी, खेखसा, कंकोड़ा, ककोरा, मीठा करेला, कंटोला, वन करेला या खेखसा जैसे नामों से जाना जाता है। यह कद्दूवर्गीय सब्जी पूरी तरह जैविक व प्राकृतिक होती है, जो जंगलों, खेतों की बाड़ और खुले इलाकों में अपने आप उग जाती है।
इसकी कोई व्यावसायिक खेती नहीं होती, और यह अपने आप बेल की तरह फैलती है। इसे किसी सहारे की जरूरत नहीं होती। ककोड़ा की बेल मानसून की शुरुआत में जून-जुलाई से उगती है और लगभग 90 दिनों तक फल देती रहती है। इसका फल देखने में छोटा करेला जैसा लगता है, लेकिन इसके स्वाद में बिल्कुल कड़वाहट नहीं होती। इसकी सतह पर हल्के कांटेदार रेशे होते हैं।
महंगी और सीमित उपलब्धता वाली सब्जी
ककोड़ा की मांग बहुत ज्यादा और उपलब्धता बेहद कम होने के कारण, यह सब्जी बाजार में प्रीमियम रेट पर बिकती है। इन दिनों इसकी कीमत 200 से 300 रुपये प्रति किलो तक चल रही है, जो इलाकों के हिसाब से बदलती है। हर दुकान पर यह सब्जी उपलब्ध नहीं होती क्योंकि इसकी उत्पादन क्षमता सीमित होती है।
हर पौधे से केवल 2 से 3 किलो तक फल मिलते हैं और हर फल मात्र 20 से 30 ग्राम का होता है। यही वजह है कि यह सब्जी जल्दी खत्म हो जाती है और बाजार में अधिक समय तक नहीं टिकती।
कहां-कहां पाया जाता है Local Vegetable Kakoda
यह सब्जी मुख्यतः राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के जंगलों और ग्रामीण इलाकों में पाई जाती है। छत्तीसगढ़ में किसान इसे खेत, टिकरा या बाड़ी में लगाकर तोड़ते हैं और बाजार में बेचते हैं। चूंकि इसे बिना लागत और विशेष मेहनत के उगाया जा सकता है, अगर इसकी व्यवस्थित खेती की जाए तो यह किसानों के लिए एक अच्छा आय का स्रोत बन सकता है।
स्वाद, सेहत और पोषण का अनोखा मेल
ककोड़ा अपने स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। स्वाद में यह इतना लाजवाब होता है कि इसे “मीट से भी ज्यादा ताकतवर” माना जाता है। फाइटोन्यूट्रिएंट्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और मिनरल्स से भरपूर यह सब्जी बरसात में मिलने वाली चुनिंदा ताकतवर मौसमी सब्जियों में से एक है।
वजन घटाना हो या ब्लड शुगर कंट्रोल करना हो, ककोड़ा फायदेमंद है। यह सब्जी फाइबर और पानी से भरपूर होती है, जिससे यह कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं में लाभ पहुंचाती है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण भी होते हैं, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
100 ग्राम ककोड़ा में सिर्फ 17 कैलोरी
अगर आप डाइट पर हैं या वजन घटाने की कोशिश कर रहे हैं, तो ककोड़ा आपके लिए एक आदर्श सब्जी है। 100 ग्राम में सिर्फ 17 कैलोरी होती है, लेकिन यह भरपूर पोषण देती है। इसमें प्रोटीन, आयरन और ल्युटेन जैसे केरोटोनॉइड्स होते हैं, जो नेत्र रोगों, हृदय संबंधी रोगों और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक हैं।
ऐसे बनाएं स्वादिष्ट kheksiकी सब्जी
सबसे पहले ककोड़ा को अच्छे से धो लें। इसके आकार की वजह से इसमें धूल-मिट्टी जम जाती है, इसलिए साफ सफाई जरूरी है। फिर इसे लंबा काट लें।
अगर काटते वक्त इसके बीज लाल या नारंगी दिखें, तो उन्हें हटा दें। यदि बीज सफेद हों, तो उन्हें ऐसे ही पकाया जा सकता है।
इसके बाद आप इसे सामान्य सब्जी की तरह प्याज, टमाटर, मसालों के साथ तल या भून सकते हैं।
कुछ लोग इसे बेसन में लपेटकर पकौड़े की तरह भी बनाते हैं। इसका स्वाद करेला, तोरई और भिंडी से बिल्कुल अलग होता है।