Hospital Knife Attack : जिला अस्पताल परिसर शुक्रवार को खून (Narsinghpur Nurse Murder) से सन गया जब एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्रेम में पड़ी 18 वर्षीय नर्सिंग छात्रा की चाकू से गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी। यह सनसनीखेज वारदात दोपहर करीब 3 बजे उस समय हुई जब मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिला अस्पताल परिसर में आम दिनों की तरह हलचल चल रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 22 वर्षीय आरोपी अभिषेक कोष्ठी अचानक डॉक्टर रूम नंबर 22 में दाखिल हुआ, जहां नर्सिंग छात्रा संध्या चौधरी कुर्सी पर बैठी थी। अभिषेक ने बिना किसी पूर्व विवाद के संध्या पर हमला (Narsinghpur Nurse Murder) बोल दिया और बुरी तरह पीटने के बाद अपनी जेब से चाकू निकाल कर उस पर दनादन वार करने लगा। (One-sided Love Crime) की यह वारदात इतनी तेज थी कि वहां मौजूद लोग घबरा गए। आरोपी ने धमकी दी कि बीच में आने पर किसी की भी जान ले लेगा।
हमले में संध्या के गले और शरीर से अत्यधिक खून बहा, जिससे उसकी अस्पताल में ही इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में भगदड़ मच गई। आरोपी अभिषेक वहां से फरार हो गया लेकिन कुछ ही दूरी पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक मृगाखी डेका ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने यह स्वीकार किया है कि वह दो साल से संध्या के संपर्क में था और कुछ समय से वह उसे परेशान कर रहा था। संध्या ने इस बारे में कभी परिवार या पुलिस को कुछ नहीं बताया था, जिससे यह (Hospital Knife Attack) जैसी घटना को अंजाम देना उसके लिए आसान हो गया।
डाक्टर बनकर लोगों की सेवा करना चाहती थीं संध्या (Narsinghpur Nurse Murder)
परिवार का कहना है कि संध्या डॉक्टर बनना चाहती थी। वह नरसिंहपुर के सांकल रोड निवासी हीरालाल चौधरी की इकलौती बेटी थी। दादी हक्की बाई ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य नौकरीपेशा हैं और संध्या पढ़ाई में बेहद होशियार थी। एकतरफा प्रेम की यह दुखद परिणति (Narsinghpur Nurse Murder) समाज के सामने कई सवाल खड़े करती है। खासकर अस्पताल जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगह पर इस तरह की हत्या ने सुरक्षा इंतजामों की पोल खोल दी है।