Chhattisgarh Assembly Elections 2023 : लगभग ढाई महीने बाद होने वाली विधानसभा चुनाव 2023 (2023 Voting) में 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत से ज्यादा दिव्यांग मतदाताओं को मतदान केंद्र में आने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे घर बैठे अपना वोट (2023 Voting) डाल पाएंगे। बकायदा घर में पोलिंग टीम आएगी। उक्त जानकारी छत्तीसगढ़ में चुनावी समीक्षा के लिए पहुंचे भारत निर्वाचन आयोग के आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को रायपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की अध्यक्षता में चुनाव आयोग के एक दल ने पिछले दो दिनों के दौरान राजनीतिक दलों, कानून-व्यस्था से जुड़े विभागों, जिला कलेक्टरों, पुलिस अधीक्षकों (एसपी), राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक तथा अन्य अधिकारियों के साथ बैठकें कीं.
वहीं शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “विधानसभा चुनाव में 80 साल से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से वोट डालने (2023 Voting) की सुविधा होगी. यही सुविधा दिव्यांग मतदाताओं (40 प्रतिशत से अधिक) के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी. इसके लिए उन्हें चुनाव की अधिसूचना के पांच दिनों के भीतर फॉर्म 12डी भरना होगा.” उन्होंने कहा कि इन मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने-ले जाने की सुविधा भी मिलेगी.
पैसा, शराब, गिफ्ट देने वालों पर सख्ती : आगामी चुनाव को लेकर सारे एजेंसियों, चाहे वह केंद्रीय हो या राज्य की सख्त हिदायत दी गई है कि वे एक दूसरे से जानकारी साझा करें। एक-दूसरे से समन्वय बनाकर कार्य करें। चाहे वह शराब का मामला हो या रुपए बांटने का सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है की इसके लिए जनजागरूकता जरुरी है। इसलिए सिर्फ केंद्रीय और राज्य की ही नहीं जनता की भी यह ड्यूटी है कि उनके क्षेत्र में अगर चुनावी प्रलोभन के लिए पैसा, शराब और गिफ्ट बाटा जा रहा है तो हेल्प लाइन में कॉल करें या फिर चुनाव आयोग द्वारा जारी नंबर पर सिर्फ मोबाइल में फ ोटो खींचकर शेयर करे तो नाम, पता गुप्त रखा जायेगा और औसतन 100 मिनट में क्विक रिस्पॉन्स मिलेगा।
छत्तीसगढ़ में पुरुषों से ज्यादा महिला मतदाता
मतदाताओं की कुल संख्या 1.97 करोड़
पुरुष मतदाताओं की संख्या 98.2 लाख
महिला मतदाताओं की संख्या 98.5 लाख
ट्रांसजेंडर्स मतदाता 762
80 साल से ज्यादा उम्र वाले 2.02 लाख
दिव्यांग मतदाता 1.47 लाख
सर्विस इलेक्टर्स 19,854
विशेष संरक्षित जनजातियों के लिए चलेगा अभियान : उन्होंने बताया कि इसके अलावा प्रदेश में विशेष संरक्षित जनजातियों को जोडऩे का अभियान भी चलेगा। अबूझमाडिय़ा, कमार, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर और बैगा जनजाति के मतदाताओं को वोट डालने के लिए अलग से जागरूक किया जाएगा। प्रदेश में इन जनजातियों की कुल आबादी 1.86 लाख है, जिनमें 18 साल से ज्यादा उम्र के 1.15 लाख मतदाता हैं। मतदाता जागरुकता अभियान के तहत निर्वाचन आयोग नई बहुओं को भी जागरुक कर रहा है। इसके लिए नव वधु सम्मान समारोह भी चलाया गया। और नई दुल्हनों को फ ॉर्म-8 भरने के लिए फ ोकस किया गया गया। निर्वाचन आयोग के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 61,683 ऐसी नई दुल्हनें है जो इस विधानसभा चुनाव में वोटिंग करेंगी।
नाम जोडऩे, हटाने 11 सितंबर तक बढ़ाई : पत्रकारवार्ता में राजीव कुमार ने बताया कि राजनीतिक दलों से उन्हें सुझाव मिले हैं। मतदाता पुनरीक्षण की तारीख 31 अगस्त से बढ़ाकर 11 सितंबर कर दी गई है। अब 11 सितंबर तक नाम जोडऩे, हटाने और संशोधन की प्रक्रिया चलेगी। उन्होंने बताया कि राजनीतिक दलों से सुझाव मिले है, कि चुनाव प्रचार सामग्री वाहनों की संख्या बढ़ाई जाए। चुनाव में प्लास्टिक का उपयोग कम किया जाए। बता दें कि मतदाता सूची में संशोधन की तारीख 10 दिन तक बढ़ाई गई है, 11 सितंबर तक अब फ ॉर्म स्वीकार किए जायेंगे।