कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर पुलिस ने डिप्टी रेंजर के घर हुई डकैती कांड का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में 8 डकैतों को गिरफ्तार किया है। डकैतों से लूट की रकम, जेवर, बाइक, मोबाइल भी जब्त किया है। पुलिस ने बताया कि 6 सितंबर को बड़े कापसी फॉरेस्ट कॉलोनी निवासी भारत सलाम जो पेशे से वन विभाग में डिप्टी रेंजर हैं, उन्होंने पंखाजूर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि 1 व 2 सितंबर की दरमियानी रात 7 नकाबपोश लुटरों ने उनके घर का दरवाजा खुलवाकर तलवार तथा गंडासा के बल पर धमकाते हुए घर में प्रवेश किया और पूजा रूम में रखे आलमारी का चाबी लेकर उसमें रखे नकदी रकम, सोने की 4 चूड़ी तथा मोबाइल को लूटकर ले गए। पुलिस ने अपराध दर्ज कर डकैतों की तलाश में जुट गई। एसपी ने इसके लिए एक विशेष टीम बनाई। जांच के दौरान मुखबिर ने सूचना दी कि पूर्व में डकैती के प्रकरण में जेल जा चुका कालू उर्फ अनादि पिछले दो-तीन दिन से रोजाना दारू मुर्गा की पार्टी कर रहा है। जिस पर उसे तुरंत ही पखांजूर पुलिस हिरासत में पूछताछ किया तो चौंकाने वाला खुलासा किया। उसने पुलिस को बताया कि पीव्ही 42 रहवासी समीर बैरागी जो पूर्व में हत्या जैसे गंभीर अपराध में 5 साल सजा काटकर आया है, वह इस डकैती कांड का मुख्य सरगना है जो अपने दुर्ग के 4 साथी को लाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके बाद पुलिस ने एक-एक आरोपी को ढूंढ-ढूंढकर हिरासत में ले लिया।
इस तरह घटना को दिया अंजाम : आरोपी ने पुलिस को बताया कि डिप्टी रेंजर के घर वारदात को अंजाम देने के लिए एक आरोपी घर के बाहर मुख्य गेट पर पहरा दे रहा था। बाद में पहाड़ी में स्थित एक मंदिर में जाकर लूटे गए रकम व जेवर को आपस में बंटवारा कर लिया। मुख्य सरगना समीर बैरागी घोर नक्सल क्षेत्र गढ़चिरौली महाराष्ट्र के अंदरूनी गांव में लूटे रकम से किराये का घर लेकर 3-4 दिन से रह रहा था जिसे वहां दबिश देकर पकड़ लिया। उसने बताया कि नारायण दास निवासी पीव्ही 57 द्वारा मोटर सायकल में फ ॉरेस्ट कालोनी में जाकर पूर्व में ही भारत सलाम के घर का रेकी कर घटना को अंजाम दिया। फिर नारायण दास को पकड़ा गया। पूछताछ करने पर बताया कि फ ॉरेस्ट कालोनी के रहवासी प्रभास महलदार जो डिप्टी रेंजर का चालक है, उसके द्वारा बताया कि डिप्टी रेंजर घर के पूजा रूम में स्थित आलमारी में पैसे व गहने रखा है।
दुर्ग से बुलाए सहयोगी : प्रभास डिप्टी रेंजर का गाड़ी चलाते हुए कई बार विभाग का पैसा बैंक से लाया है, प्रभास के बताए अनुसार नारायण दास के सहयोग से उक्त घटना का योजना बनाते हुए दुर्ग के रहने वाले पिकअप ड्राईवर चन्द्रशेखर उर्फ शेखर जो अपने मालिक के लिए मछली खरीदने दुर्ग से पखांजूर आता है जिसका सहयोग लिया गया, चन्द्रशेखर घटना को अंजाम देने में सहयोग करने के लिए दुर्ग से 3 अन्य लोगों को भी लाया था। पुलिस सायबर टीम कांकेर व स्थानीय मुखबीर के माध्यम से सभी आरोपी डकैत व उनके सहयोगी को पखांजूर पुलिस को गिरफ्तार करने में महत्वपूर्ण सफ लता मिली है। 6 लूटरों को योजना बनाने में और 2 व्यक्तियों को डकैती में सहयोग कर षंडयंत्र करने पर प्रकरण में धारा 120 (बी) भादवि. जोड़ी गई।
इनका रहा महत्वपूर्ण योगदान : डकैती कांड का पर्दाफाश करने के लिए एसपी द्वारा रवि कुजूर एसडीओपी पखांजूर तथा थाना प्रभारी पखांजूर निरीक्षक मोरध्वज देशमुख के नेतृत्व में एक टीम गठित किया गया जिसमें थाना पखांजूर से उप निरीक्षक सत्यम साहू, सउनि. भगवान सिंह, चेतन साहू, प्रधान आरक्षक चन्द्राकर, प्र.आर. शैलेन्द्र नेताम, आरक्षक यामले, आनंद, संजीत, हेमंत, जोसेफ, तुलसी, साजन, निरंज भण्डारी, म.आर. अगेसिया, सेवती, सहायक आर. रामसाय गावड़े सायबर टीम कांकेर से उपनिरीक्षक महेश प्रधान, मनीराम भोई, शैलेन्द्र साहू थाना बांदे से थाना प्रभारी उपनिरीक्षक हरि शंकर ध्रुव, आरक्षक शक्ति सिंह तथा थाना प्रभारी परतापुर से उप निरीक्षक राजेश राठौर तथा महाराष्ट्र के थाना आरमोरी व दुर्ग जिले के थाना पुलगॉव के थाना प्रभारी प्रदीप शोरी की टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।