बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी ने महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइज़र बनाने का सपना दिखाकर 8 महिलाओं से कुल 22 लाख 30 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। इस मामले का खुलासा तब हो पाया जब महिलाओं की काफी दिनों तक नौकरी नहीं लगी। जिसके बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी का साथ देने वाले आरोपी को अरेस्ट किया है। वहीं मामले का मुख्य आरोपी दूसरे मामले में बलौदाबाजार से गिरफ्तार हो चुका है। पूछताछ में आरोपी के बैंक खाते से 80 लाख रुपए मिले हैं। पुलिस इस मामले में अभी और जांच कर रही है। राजहरा पुलिस के मुताबिक पीड़िता उत्तरा सार्वा ने 5 दिसंबर 2020 को शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया था कि हेमिन रजक, तबस्सुम कुरैशी, महेश्वरी सिन्हा, दिप्तीलता रामटेके, चन्द्रिका निर्मलकर, मालती सावलकर, सरिता मेश्राम से मुख्य आरोपी अशोक पांडे उर्फ महेन्द्र तिवारी से बातचीत हुई थी। अशोक पांडेय ने सभी को महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइज़र के पद पर नियुक्ति कराने का भरोसा दिलाया था और सभी पीड़ित महिलाओं से कुल 22 लाख 30 हजार रुपए खाते में जमा कराए थे। पर काफी समय बीत जाने के बाद भी महिलाओं की नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने इस मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है।
नारायणपुर के मोहन नेगी का निकला खाता : इधर, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान पुलिस उस खाते की भी जांच कर रही थी जिसमें रकम जमा करवाए गए थे। इसी पड़ताल में पता चला कि जिस खाते में पैसे जमा कराए गए वो मोहन नेगी निवासी नारायणपुर जिले का नाम पर है। इसके बाद मोहन नेगी को थाने में बुलाकर पूछताछ की गई। मोहन ने इस बात का स्वीकार किया कि उसके खाते में इस तरह से 14 लाख 44 हजार 300 रुपए जमा कराए गए हैं। लेकिन पुलिस ने उसके खाते का बैंक स्टेटमेंट निकलवाया तो उनके भी होश उड़ गए। खाते में 80 लाख रुपए मिले हैं।
अशोक पांडेय को अरेस्ट करने प्रोडक्शन वारंट जारी : पूछताछ में पता चला कि ये पैसे अलग-अलग बैंक खातों से और विभिन्न तारीखों में जमा कराए गए थे। पुलिस ने इस संबंध में मोहन से पूछताछ की तो वो कुछ भी ठीक से नहीं बता सका। इसके बाद मोहन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अभी इस मामले मं और जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार मामले में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस मामले में यह भी पता चला कि मुख्य आरोपी महेन्द्र तिवारी उर्फ अशोक पांडेय अभी बलौदाबाजार में अन्य प्रकरण में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस ने मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से प्रोडक्शन वारंट जारी करवाया है। इसके बाद कुछ ही दिन में उसे इस मामले में भी गिरफ्तार किया जाएगा।