India vs England : भारत और इंग्लैंड के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारतीय ओपनर यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) छाए गए. यशस्वी की तूफानी बैटिंग ने इंग्लिश टीम के होश उड़ा दिए. पहला टेस्ट मैच गंवाने के बाद भारत ने जोरदार वापसी करते हुए सीरीज 4-1 से अपने नाम करने में सफल रही. इसमें यशस्वी जायसवाल का भी सबसे अहम योगदान रहा.
इस टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम ने इंग्लैंड के बैजबॉल की हवा निकाल दी है. बैजबॉल का तोड़ ‘जायसवाल का जैसबॉल’ बना है. यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) से प्रभावित होकर बाकी के भारतीय बल्लेबाज भी अटैकिंग क्रिकेट खेलने लगे हैं. तभी तो धर्मशाला टेस्ट में भारत की पहली पारी में शुभमन गिल, यशस्वी और रोहित शर्मा ने मिलकर कुल 11 छक्के लगाए. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार देखने को मिला है, जब किसी पारी में टॉप- ऑडर के तीनों ही बल्लेबाजों ने कम से कम तीन-तीन छक्के जड़े.
कुल मिलाकर भारतीय बल्लेबाजों ने इस सीरीज में अब तक 72 छक्के लगाए हैं. इनमें से 26 छक्के तो यशस्वी जायसवाल ने ही लगा दिए. दूसरी ओर इंग्लिश बल्लेबाजों ने महज 27 छक्के लगाए, जो यशस्वी से एक ज्यादा है. ये कहना गलत नहीं होगा कि यशस्वी अकेले ही पूरी इंग्लिश टीम पर भारी पड़े हैं.
ब्रैंडन मैक्कुलम के कोच और बेन स्टोक्स के कप्तान बनने के बाद से हर हालात में आक्रामक खेल की इंग्लैंड की रणनीति को ‘बैजबॉल’ कहा जाता है. लेकिन अब भारत ने यशस्वी जायसवाल की धांसू बैटिंग के दम पर इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है.
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में काफी धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए अब तक 9 पारियों में 712 रन बनाए हैं. इस दौरान यशस्वी का स्ट्राइक रेट 79.91 और औसत 89.00 रहा है. यशस्वी ने अब तक 68 चौके और 26 छक्के लगाए हैं.
यशस्वी ने वाइजैग (विशाखापत्तनम) टेस्ट मैच में 209 रनों की पारी खेली थी. फिर राजकोट टेस्ट में भी इस युवा बल्लेबाज ने भारत की दूसरी पारी में 214 रन बना डाले थे. इसके बाद यशस्वी ने रांची टेस्ट मैच में भी काफी दमदार प्रदर्शन किया था. फिर उन्होंने धर्मशाला के मैदान पर भी तबाही मचा दी. 57 रनों की विस्फोटक पारी खेली.
धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड एक पारी और 64 रनों से हार गई. अगर भारतीय टीम को बल्लेबाजी करने का मौका मिलता तो यशस्वी यहां एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) यदि मौजूदा टेस्ट मैच में 41 रन और बना लेते हैं तो वह भारत-इंग्लैंड के बीच किसी टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने खिलाड़ी बन जाते. फिलहाल ये रिकॉर्ड इंग्लिश दिग्गज ग्राहम गूच के नाम हैं, जिन्होंने 1990 की टेस्ट सीरीज में 752 रन बना दिए थे.