Vinesh Phogat to return Khel Ratna, Arjuna Award : कुश्ती की दुनिया में जारी ‘दंगल’ थमने का नाम नहीं ले रहा है। रेसलर साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया के बाद शनिवार को महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने भी अपना सम्मान वापस कर दिया है। जब वह सम्मान वापस करने पीएमओ जा रही थीं, इसी दौरान पुलिस ने विनेश को कर्तव्यपथ पर रोक लिया। लिहाजा विनेश ने अपना अर्जुन अवॉर्ड पुरस्कार कर्तव्यपथ बैरिकेड्स पर छोड़ दिया।
इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में देश के लिए पदक जीतने वाली विनेश फोगाट ने 5 दिन पहले मंगलवार को अपना खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) को वापस लौटाने का ऐलान करते हुए यह भी कहा कि पहलवान जब न्याय पाने के लिए बुरी तरह से संघर्ष कर रहे हैं ऐसे में इस तरह के सम्मान हमारे लिए निरर्थक बन गए हैं।
विनेश ने पीएम मोदी को लिखे पत्र को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि उनकी जिंदगी सरकार के उन फैंसी विज्ञापनों की तरह नहीं है जिनमें महिला सशक्तिकरण और उनके उत्थान की बात की जाती है। उन्होंने आगे कहा, मुझे ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था लेकिन अब इनका मेरी जिंदगी में कोई मतलब नहीं रह गया है। हर महिला सम्मान के साथ समाज में जीना चाहती है। इसलिए प्रधानमंत्री सर, मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार वापस करना चाहती हूं ताकि सम्मान से जीने की राह में ये हमारे लिए बोझ की तरह न रहें।
पहलवान विनेश फोगाट को 3 साल पहले 2020 में भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न से सम्मानित किया गया था। इससे पहले उन्हें 2016 में अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। विनेश से पहले ओलंपिक में पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया और डेफ लंपिक्स के चैंपियन वीरेंदर सिंह यादव भी अपने-अपने पद्मश्री पुरस्कार लौटा चुके हैं।