Thursday, November 21, 2024
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Rainfall Conditions CG : छत्तीसगढ़ के 12 जिलों में औसत से भी कम बारिश, एक जिले में सूखे के हालत

Heavy Rain Alert : मानसून की बेरुखी से छत्तीसगढ़ में सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। अच्छी बारिश (Rainfall Conditions CG) का इंतजार कर रहे किसानों को झटका लगा है। सितंबर का शुरुआती महीना चल रहा है। अभी तक प्रदेश में औसत बारिश भी नहीं हुई है। बारिश की कमी का असर खरीफ की फसलों पर भी दिखने लगा है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच गई है।

छत्तीसगढ़ के 12 जिले ऐसे हैं, जहां अब भी सामान्य से कम बारिश हुई है। सरगुजा जिले में सूखे (Rainfall Conditions CG) के हालात हैं। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पूरे प्रदेश में इस समय 767.4 मिलीमीटर औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है। सरगुजा जिले में 62 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। यहां सितंबर माह में अच्छी बारिश की उम्मीदें जुड़ी हैं। वहीं पूरे छग की बात करें तो अभी तक 22 फीसदी कम बारिश हुई है। 951 मिमी को सामान्य बारिश मानी जाती है। जबकि सूबे में अब तक केवल 746.30 मिमी ही वर्षा हुई है जो खेती के लिए पर्याप्त नहीं है।

इन जिलों में हुई सामान्य से कम बारिश

मौसम विभाग के 1 जून से 4 अगस्त तक के आंकड़ों के मुताबिक बलरामपुर जिले में 28 फीसदी कम बारिश (Rainfall Conditions CG), बस्तर में 22 फीसदी कम, बेमेतरा में 20 फीसदी, दंतेवाड़ा में 25 प्रतिशत। गरियाबंद जिले में 22 फीसदी। जांजगीर में 37 प्रतिशत, जशपुर में 50 फीसदी कम बारिश। कबीरधाम में 36 प्रतिशत बारिश कम हुई है। कांकेर जिले में 29 फीसदी, कोंडागांव में 37 प्रतिशत, कोरबा में 34 फीसदी, कोरिया में 28, नारायणपुर में 26 और सूरजपुर में 33 प्रतिशत कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

खेती के लिए ये सप्ताह सबसे अहम

धान की खेती में सबसे ज्यादा पानी (Rainfall Conditions CG) की जरूरत होती है। ऐसे में पानी की जरूरत को ध्यान में रखते हुए मॉनसून के आसपास इसकी खेती की जाती है ताकि पानी की कमी न हो और इससे उपज के साथ-साथ गुणवत्ता भी प्रभावित न हो। खरीफ सीजन में धान की फसलें लगभग 120 दिनों में पकती है। वर्तमान में धान की फसलें खड़ी हो रही है। कृषि विशेषज्ञ की मानें तो धान की फसलों के लिए ये सबसे अहम समय है। अच्छी बारिश होने की वजह से धान की फसलें खड़ी हो जाती है और उसमें बालियां आने लगती है। बालियां खेती में नमी रहने से भी आ जाती है। इसलिए पानी की सबसे ज्यादा जरूरत अभी है।