Bilaspur News : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए वोटर लिस्ट तैयार करने के लिए बुलाई गई ट्रेनिंग से नदारद रहने और ओबीसी सर्वे के महत्वपूर्ण कार्य में रुचि नहीं लेने वाले बिलासपुर के 4 पंचायत सचिवों को निलंबित (Panchayat Secretaries Suspended) कर दिया गया है। तीनों सचिवों के खिलाफ वित्तीय अनियमितता और अनुशासनहीनता के भी आरोप हैं। यह कार्रवाई जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी चौहान ने की है।
पंचायत सूत्रों के मुताबिक, ग्राम पंचायत कोनी, रलिया और ठाकुरदेवा के सचिवों पर पंचायत से जुड़ी गतिविधियों में लापरवाही और वित्तीय अनियमितता के आरोप पर जिला पंचायत सीईओ ने निलंबन की कार्रवाई की। एक अन्य मामले में निलंबित ग्राम पंचायत करगीखुर्द के सचिव को बसहा में पदस्थ किया गया है।
इनके खिलाफ की गई कार्रवाई (Panchayat Secretaries Suspended)
जिला पंचायत बिलासपुर ने पंचायत सचिवों के कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के चलते बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन सचिवों को निलंबित कर दिया है। ग्राम पंचायत कोनी सचिव सुरेंद्र खांडेकर पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2024-25 में मतदाता सूची तैयार के लिए दिए गए प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने औऱ ओबीसी सर्वे में किसी प्रकार की रुचि न लेने पर कार्रवाई की गई। निलंबन अवधि में ये जनपद पंचायत मस्तूरी में रहेंगे।
इनको मिला प्रभार
इसी प्रकार कोनी ग्राम पंचायत का अतिरिक्त प्रभार देवप्रसाद ध्रुव पंचायत सचिव हिर्री जनपद मस्तूरी को सौंपा गया है। ग्राम पंचायत रलिया के सचिव आशीष भोंसले को निलंबित कर ग्राम पंचायत का प्रभार दीना वस्त्रकार पंचायत सचिव ग्राम कछार जनपद मस्तूरी को सौंपा गया है।
ग्राम पंचायत ठाकुरदेवा के सचिव विजय धिरही पर पंचायत चुनाव की मतदाता सूची तैयार करने और सर्वेक्षण में रुचि न लेने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन के दौरान ठाकुरदेवा का प्रभार पंचायत सचिव राजेश खांडेकर को दिया गया है।
विजय धिरही जनपद मस्तूरी में निलंबन की अवधि में वहीं पदस्थ रहेगें। ग्राम पंचायत करगीखुर्द के सचिव दुर्जन राम साहू पर निर्माण कार्यों में वित्तीय अनियमितता का आरोप लगने पर शिकायत जांच के बाद उन्हें निलंबित किया गया। निलंबन अवधि समाप्त होने के बाद जनपद पंचायत मस्तूरी के बसहा में पदस्थ किया गया है।