Balrampur News : छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर समिति रामानुजगंज के तत्वाधान में ग्राम केरवाशीला में विशाल कन्या भोज (Navratri Kanya Puja) का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसे लेकर छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर समिति के सदस्यों के द्वारा व्यापक स्तर में तैयारियां की जा रही है।
विशाल कन्या भोज (Navratri Kanya Puja)का कार्यक्रम शारदीय नवरात्र के सप्तमी के दिन आयोजित कराया जा रहा है छत्तीसगढ़ हेल्प वेलफेयर सोसाइटी के आकाश तिवारी ने बताया कि शारदीय नवरात्र में विशाल कन्या भोज का लगातार यह तीसरी वर्ष आयोजन है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र वासियों की सहयोग से विशाल आयोजन संभव हो पता है विशाल कन्या भोज के साथ-साथ दुर्गा स्वरूप कन्याओं को उपहार भी प्रदान किया जाता है।
नवरात्र में सप्तमी तिथि से कन्या पूजन शुरू हो जाता है और इस दौरान कन्याओं को घर बुलाकर उनकी आवभगत की जाती है। दुर्गाष्टमी और नवमी के दिन इन कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर इनका स्वागत किया जाता है। माना जाता है कि कन्याओं का देवियों की तरह आदर सत्कार और भोज कराने से मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों को सुख समृधि का वरदान देती हैं।
नवरात्र पर्व के दौरान कन्या पूजन का बड़ा महत्व है। नौ कन्याओं को नौ देवियों के प्रतिबिंब के रूप में पूजने के बाद ही भक्त का नवरात्र व्रत पूरा होता है। अपने सामथ्र्य के अनुसार उन्हें भोग लगाकर दक्षिणा देने मात्र से ही मां दुर्गा प्रसन्न हो जाती हैं।
वैसे तो कई लोग सप्तमी से कन्या पूजन (Navratri Kanya Puja) शुरू कर देते हैं लेकिन जो लोग पूरे नौ दिन का व्रत करते हैं वह तिथि के अनुसार नवमी और दशमी को कन्या पूजन करने के बाद ही प्रसाद ग्रहण करके व्रत खोलते हैं। शास्त्रों के अनुसार कन्या पूजन के लिए दुर्गाष्टमी के दिन को सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण और शुभ माना गया है।