Sunday, October 6, 2024
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Jharkhand-CG : पड़ोसी राज्य के तत्कालीन सीएम के शिलान्यास के बाद भी नहीं हो सका पुल का निर्माण, अब विधायक के प्रयास से दो राज्यों के बीच बनेगा नया कॉरीडोर

Balrampur News : छत्तीसगढ़ बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह के प्रयास से रामचंद्रपुर विकासखंड के दूरस्थ गांव धौली के बालचौरा के कन्हर नदी पर करीब 15 करोड़ लागत से बनने जा रहे अंतरराज्य उच्च स्तरीय पुल निर्माण से झारखंड एवं छत्तीसगढ़ (Jharkhand-CG) के बीच नया काॅरीडोर बनेगा।

इस पुल के बनने के बाद सामाजिक और व्यापारिक सरोकार को बढ़ावा मिलेगा साथ ही क्षेत्र के तरक्की एवं विकास के नए रास्ते खुलेंगे। पुल के निर्माण से झारखंड के धुरकी प्रखंड के लोगों को छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जाने में 50 किलोमीटर की दूरी कम होगी। सनावल क्षेत्र के लोगों को गढ़वा जाने में 50 किलोमीटर की बचत होगी इस प्रकार दोनों क्षेत्रों के लिए यह पुल वरदान साबित होगा।

गौरतलब है कि विगत कई दशकों से झारखंड एवं छत्तीसगढ़ (Jharkhand-CG) के सरहदी क्षेत्र के लोगों की कनहर नदी में उच्च स्तरीय पुलिया निर्माण की मांग की जाती रही है वही झारखंड के स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा भी इसके लिए कई बार ठोस पहल भी की गई परंतु इसके बाद भी किसी न किसी कारण से झारखंड सरकार (Jharkhand-CG) के द्वारा उच्च स्तरीय पुल निर्माण का कार्य नहीं कराया जा सका। इसी बीच विधायक बृहस्पत सिंह के प्रयासों से कन्हर नदी में करीब 15 करोड़ रुपय लागत से उच्च स्तरीय अंतरराज्य पुल का निर्माण का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। दोनों प्रदेशों के दर्जनों गांव के लाखों लोग इस पुल के निर्माण से लाभान्वित होंगे।


झारखंड (Jharkhand-CG) के एक विधायक ने यहां पुल निर्माण के लिए 2 वर्ष तक अपनी बाल दाढ़ी नहीं कटवाई, झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने किया था शिलान्यास…… छत्तीसगढ़ के साथ-साथ यह पुल झारखंड के लोगों के लिए भी कितना महत्वपूर्ण है वह इस बात से समझा जा सकता है कि स्थानीय विधायक ने यहां पर पुल निर्माण का संकल्प लिया था एवं पुल निर्माण नहीं स्वीकृत हो जाने तक बाल दाढ़ी नहीं कटवाने का संकल्प लिया था।

पुल निर्माण के लिए 24 मई 2019 को विधिवत पूजा अर्चना कराया गया जिसके बाद उनके द्वारा बाल दाढ़ी कटवाया गया था। पुल निर्माण का कार्य भी शुरू हो गया था परंतु वन विभाग की आपत्ति के बाद पुल निर्माण का रुक गया था। उक्त पुल निर्माण के लिए झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रांची में एक कार्यक्रम के दौरान शिलान्यास किया था।


2009 में नाव पलटने से 9 लोगों की मौत हो गई थी …….. बालचौरा कन्हर नदी से वर्ष भर लोग आना-जाना करते हैं यहां तक की बरसात के दिन में जब नदी लबालब भरा रहता है उस समय भी नाव से आना जाना करते है। 2009 में नाव में पलटने से 9 लोग बह गए थे। इस बड़ी घटना के बाद छत्तीसगढ़ एवं झारखंड दोनों प्रदेश के लोगों के द्वारा उच्च स्तरीय पुल निर्माण की मांग जोर पकड़ती थी।


50 किलोमीटर की दूरी होगी कम… बालचौरा कन्हर नदी पुल छत्तीसगढ़ एवं झारखंड दोनों प्रदेशों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा यहां पुल बनने से सनावल क्षेत्र के लोगों को गढ़वा जाने में 50 किलोमीटर की बचत होगी वही झारखंड के धुरकी प्रखंड के लोगों को अंबिकापुर जाने में जड़ 50 किलोमीटर की बचत होगी।

सरहदी क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर..यह पुल छत्तीसगढ़ एवं झारखंड दोनों प्रदेश के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है यहां पुल निर्माण से झारखंड के सरहदी क्षेत्र के लोगों एवं छत्तीसगढ़ के सरहदी क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है दशकों पुरानी मांग क्षेत्रवासियों की पूरी हो रही है। सनावल क्षेत्र के लोगों ने विधायक बृहस्पति सिंह का आभार माना।

विधायक बृहस्पत सिंह ने बालचौरा कन्हर नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण के लिए स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार मानते हुए कहा कि लंबे समय से क्षेत्रवासियों के द्वारा यहां पुल निर्माण की मांग की जाती रही है आज क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद से सबके मांगों को मूर्त रूप दे सक रहा हूं। पुल निर्माण से दर्जनों गांव के लाखों लोग लाभान्वित होंगे सनावल क्षेत्र के लिए यह पुल वरदान साबित होगा। श्री सिंह ने कहा कि समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य कराया जाएगा।