Sunny Deol’s Gadar 2 film boycott : पंजाब के गुरदासपुर को मान है कि इस संसदीय क्षेत्र से बॉलीवुड के दो दिग्गज सितारे सांसद रह चुके हैं. एक बार नहीं, बल्कि कई बार. दिवंगत सुपरस्टार विनोद खन्ना इस सीट से 4 बाद संसद रह चुके हैं और मौजूदा दौर में फिल्म स्टार सनी देओल संसद सदस्य हैं. इन दिनों अभिनेता सनी देओल की फिल्म गदर-2 (Gadar 2 film boycott) पूरे देश समेत पाकिस्तान में भी गदर मचा रही है. लेकिन गुरदासपुर के लोग अपने सांसद से बेहद खफा नजर आ रहे हैं.
स्थानीय निवासियों ने आक्रोश जताते हुए बताया कि गुरदासपुर के तमाम इलाके बारिश के चलते जलमग्न हो चुके हैं, लेकिन सांसद सनी देओल (Gadar 2 film boycott) को अपनी फिल्म का फिक्र है. लोगों का आरोप है कि सांसद बनने के बाद से सनी देओल ने क्षेत्र के लिए कोई काम नहीं किया और न ही कभी लोकसभा में जाकर संसदीय क्षेत्र के लोगों की आवाज उठाई.
पाकिस्तान से सटे सीमावर्ती जिले के निवासियों का कहना है कि सनी देओल जो फिल्मों में करते हैं, वो लोगों के लिए भी करें. आरोप है कि बीजेपी सांसद देओल क्षेत्र के परेशान लोगों का फ ोन कॉल तक नहीं उठाते.
हैरानी की बात यह है कि इस जमाने में भी गुरदासपुर शहर में कोई सिनेमाघर तक नहीं है. युवाओं ने पीड़ा जताई कि इस क्षेत्र की जनता ने 2 फिल्मी सितारों को कई बार सांसद तो बना दिया, पर वो हमारे लिए एक सिनेमाघर तक नहीं बना सके.
गुरदासपुर के स्थानीय निवासियों का कहना है कि सनी देओल की फिल्म चाहे कहीं भी गदर मचा रही हो, पर हम लोग उसका बॉयकॉट करते हैं. इसकी वजह यह है कि गुरदासपुर क्षेत्र कभी बाढ़ और तो कभी कई कुदरती आफ तों से जूझ रहा है, लेकिन सांसद ने जीतने के बाद से कभी भी क्षेत्र की टोह नहीं ली.
बता दें कि बारिश के मौसम में जिले के तमाम इलाके बाढ़ की चपेट आ चुके हैं. वहीं, गुस्साए लोगों ने कहा कि अगर बीजेपी सांसद सनी देओल गुरदासपुर में कोई काम नहीं कर सकते, तो यहां से इस्तीफ ा देकर फुल टाइम फिल्मों में ही काम क्यों नहीं कर लेते.
गौरतलब है कि साल 2019 में गुरदासपुर से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने जाने के बाद से सनी देओल (Gadar 2 film boycott) की संसद में उपस्थिति महज 19 फीसदी है. जबकि अन्य सांसदों की राष्ट्रीय औसत 79 फीसदी है. संसद में होने वाली किसी बहस में भी सनी देओल ने अब तक कोई हिस्सा नहीं लिया.
इतना ही नहीं, बतौर सांसद सनी देओल ने 2019 से अब तक सिर्फ एक सवाल पूछा है. इसके अलावा उन्होंने संसद में एक भी प्राइवेट मेंबर बिल पेश नहीं किया. बता दें कि सनी देओल को गुरदासपुर की जनता ने 80 हजार वोटों से जिताया था. जबकि उनके सामने सुनील जाखड़ जैसे दिग्गज नेता ने चुनाव लड़ा था.