Bilaspur News : पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के हरदा जिले में तीन दिन पहले हुए पटाखा फैक्ट्री (firecracker factory) में हुई भीषण घटना ने इलाके को दहला दिया। इस हादसे में 11 से भी अधिक लोगों की मौत हो गई। जबकि 175 से ज्यादा लोग झुलस गए। इस धमाके ने ऐसा कहर मचाया कि अब पूरे देश में पटाखा फैक्ट्रियों की जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के बिलासपुर कलेक्टर ने एक जांच टीम गठित कर दी। जांच के दौरान नियमों की उज्जियां उड़ाते पाए जाने पर एक पटाखा दुकान को सील (Firecracker Shop Sealed) कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, बिलासपुर कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर पटाखा दुकानों की जांच के लिए गठित टीमों ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस सिलसिले में डिप्टी कलेक्टर शिवकुमार कंवर के नेतृत्व में गठित दल ने सरजू बगीचा स्थित पटाखा दुकान का आकस्मिक निरीक्षण किया।
टीम में तहसीलदार बिलासपुर अतुल वैष्णव , जोन कमिश्नर संदीप श्रीवास्तव तथा प्रयोगशाला सहायक संजय मिश्रा शामिल थे। संयुक्त दल द्वारा शहर के सरजू बगीचा स्थित लाइसेंस धारी सुनील कुमार तोलानी के पटाखा दुकान में लाइसेंस, स्थल, भंडारण, क्रय विक्रय , की जांच की जा की गई।
तोलानी के उक्त दुकान में अनुज्ञप्ति के अनुसार कुल पटाखों की क्षमता 1500 किलोग्राम से बहुत अधिक पाई गई। दुकान रिहायशी इलाके में स्थित है। उक्त पटाखे के दुकान में विधि विरुद्ध तरीके से प्लास्टिक की दुकान का भी संचालन किया जा रहा है। पटाखों के साथ साथ प्लास्टिक के बहुत सारे सामान भी एकत्रित किए गए हैं। कुल पटाखों की मात्रा लगभग 5000 किलोग्राम से अधिक पाई गई।
क्रय विक्रय का लेखा जोखा विधिसम्मत तरीके से संधारित नही किया गया है। दुकान के अंदर आपात स्थिति में उपयोग के लिए अग्निशमन यंत्र नहीं रखा गया है।दुकान की शटर में स्टॉपर भी नही है। दुकान में क्षमता से अधिक पटाखों के संधारण तथा बहुत अधिक अनियमितता पाए जाने के कारण मौके पर दुकान को सील (Firecracker Shop Sealed) किए जाने की कार्यवाही दल के द्वारा की गई।