Friday, November 8, 2024
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Chhattisgarh Naxal attack : छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी सफलता : सर्च ऑपरेशन के दौरान पांच लाख का ईनामी नक्सली ढेर

गरियाबंद। 2 मई मंगलवार की सुबह छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के जुगाड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करलाझर-नागेश के पहाड़ी जंगल में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में पुलिस ने पांच लाख के इनामी नक्सली नंदलाल को मार गिराया है। नंदलाल एसीएम/उदंती एलओएस का डिप्टी कमाण्डर था। बीते दस बारह सालो से वह जिले में सक्रिय था। मंगलवार शाम प्रेस कान्फ ं्रेस में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले, सीआरपीएफ के डीआईजी संजय सिंह, कोबरा बटालियन 207 के कमाण्डेट डीएस कथायत ने घटना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नंदलाल उर्फ अमलु नेताम गरियाबंद जिले के शोभा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रक्शापथरा का रहने वाला था। एसपी ने बताया कि गरियाबंद जिले के जुगाड़ थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम करलाझर के जंगल में मंगलवार सुुबह करीब 9:20 बजे पुलिस और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ में पुलिस ने डिप्टी कमाण्डेट रेंज के नक्सली नंदलाल को मार गिराने में सफ लता हासिल की है। वहीं मुठभेड़ कई अन्य नक्सली गंभीर रूप से जख्मी हुए है। मौके पर खून के निशान मिले हैं। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक नक्सली के मारे जाने और कई नक्सली के जख्मी होने के चलते नक्सली पहाड़ी जंगल का सहारा लेकर भाग निकले। घटना के बाद पुलिस ने सर्चिंग अभियान तेज कर दिया है।

नक्सली पहले से ही घात लगाकर बैठे थे : एसपी ने बताया कि मुखबिर से पुलिस से को नक्सली के उपस्थिति की सुचना मिली थी। सुचना पर कोबरा, ई-30 एवं सीआरपीएफ व जिला पुुलिस की संयुक्त टीम सर्चिग के लिए रवाना हुई थी। इस दौरान करलाझर के जंगल में घात लगाकर बैठे नक्सलियो ने पुलिस पर सामने से अंधाधुुध फ ायरिंग की। पुलिस के टीम ने भी संभलते हुए जवाबी फ ायरिंग की। काफ ी देर चली मुठभेड़ के बाद पुलिस ने एक नक्सली को मार गिराया, कई घायल हो गए। पुलिस के बढ़ता दबाव देख नक्सली जंगल से भाग निकले। एसपी ने बताया कि पुलिस ने मौके पर से एक नग 303 रायफ ल, नक्सल साहित्य व दैनिक उपयोग में आने वाली सामाग्री जब्त की है।
जिले का स्थानीय निवासी था नंदलाल : एसपी कांबले ने बताया कि मारा गया नक्सली की पहचान नंदलाल उर्फ अमलु नेताम के रूप में हुई जो गरियाबंद जिले के शोभा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम रक्शापथरा का रहने वाला था। नंदलाल वर्ष 2009-10 से सक्रिय था। कई नक्सली वारदातों में भी शामिल रहा है। उसके उपर पांच लाख का इनाम था। एसपी ने बताया कि नंदलाल की जिले में 2015 से सक्रियता बढ़ गई थी। अभी वह छग व ओडिशा के सीमावर्ती क्षेत्रा में सक्रिय था। हाल में मौके पर मिली विस्फ ोट सामाग्री से अंदेशा लगाया जा रहा है कि वह बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में था।कई बार मुख्य धारा में लाने की कोशिश : एसपी ने बताया कि स्थानीय नक्सली होने के नाते नंदलाल को कई बार मुख्य धारा में आने मे अपील की गई। वर्ष 2015 में गरियाबंद एसपी रहते मैंने भी कई बार उसे मुख्यधारा में लौटने की अपील की थी, परंतु वह नही माना। पुुलिस ने हर स्तर में उसे समझाने का प्रयास किया, अंतत मारा गया। अब उसकेे साथी पर दबाव बढ़ा है। आज से चार साल पहले दो मई को ही आमामोरा में हुए नक्सली घटना में पुुलिस के दो जवान शहीद हो गए थे। संजोग ही है कि आज दो मई को पुलिस नेे एक नक्सली को मार गिराया है। इसके पहले इसके पहले वर्ष 2018 में मई माह में ही पुलिस ने एक बड़े नक्सली सेवक को मार गिराया था। जिले में वर्तमान में चार नक्सली दल सक्रिय है। इसमें ओड़-आमामोरा, मैनपुर-नुआपाड़ा, गोबरा, उंदती और साहेबिनकच्छर दलम सक्रिय है। प्रत्येक दल में 15 से 20 हथियार बंद नक्सली शामिल हंै। वर्तमान में इन दलो में अधिकांश नक्सली बस्तर क्षेत्र के है। कुछ में ही आंधप्रदेश तेंलगाना के नक्सली सक्रिय है।