Raigarh News : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में 38वेंं चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) का 19 से 21 सितम्बर तक नगर निगम ऑडिटोरियम रायगढ़ में गरिमापूर्ण आयोजन होगा। जिसकी तैयारियां लगातार जारी है। गणेश चतुर्थी से प्रारंभ होने वाले चक्रधर समारोह इस बार खास होने वाला हैं, क्योंकि पहली बार गणेश चतुर्थी पर कलेक्टर ने स्थानीय अवकाश घोषित किया है। जिससे अधिक से अधिक नगरवासी समारोह का आनंद ले सकेंगे।
चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) में पहली बार जिले एवं प्रदेश की बहुसंख्य सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जा रहा है। जहां गायन-वादन और नृत्य के शीर्षस्थ कलाकारों के साथ ही युवा पीढ़ी के प्रतिभाशाली स्थानीय कलाकार भी समारोह में हिस्सा ले रहें हैं। चक्रधर समारोह में इस वर्ष युवा सहभागिता के तहत बड़ी संख्या में रायगढ़ जिले के स्कूली छात्र-छात्राओं की सामूहिक नृत्य प्रस्तुति एवं स्थानीय कलाकारों को मंच प्रदान किया जा रहा है।
19 सितम्बर मंगलवार को चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) का उदघाटन श्री गणेश पूजन एवं दीप प्रज्जवलन के साथ होगा। जिसमेंं वेदमणि सिंह ठाकुर एवं ग्रुप रायगढ़ द्वारा गणेश वंदना की प्रस्तुति देंगे। चक्रधर कला एवं संगीत विद्यालय, रायगढ़ द्वारा राज्यगीत (नृत्य के साथ), पं.परितोष पोहनकर द्वारा शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति देंगे। इसी तरह सोमा दास एवं ग्रुप (चक्रधर बाल सदन रायगढ़ की बालिकाओं द्वारा) कथक नृत्य की विशेष प्रस्तुति, डॉ.विनोद मिश्र (ख्याल एवं ढुमरी)पर शास्त्रीय गायन, सुश्री आर्या नंदे ‘श्रीधारा’ द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री गीतिका ठेठवार द्वारा बांसुरी वादन, सुश्री मधुमिता नकवी द्वारा शास्त्रीय गायन, सुश्री अंजली शर्मा द्वारा कथक नृत्य, प्रफुल्ल सिंह गहलोत द्वारा कथक नृत्य एवं दीपक आचार्य एवं ग्रुप रायगढ़ छत्तीसगढ़ी लोक संगीत रंग की प्रस्तुति देंगे।
चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) में 20 सितम्बर को दोपहर 12 से शाम 05 बजे तक ओपी जिंदल स्कूल, तराईमाल द्वारा देशभक्ति, न्यू होराइजन स्कूल रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य, संस्कार पब्लिक स्कूल रायगढ़ द्वारा ईश्वर भक्ति पर सेमी क्लासिकल, विद्या विकास कांसेप्ट स्कूल रायगढ़ द्वारा कृष्ण लीला नृत्य पर प्रस्तुति देंगे। इसी प्रकार सेंट जेंवियर्स स्कूल रायगढ़ द्वारा राजस्थानी व हरियाणवी, ओपी जिंदल स्कूल पतरापाली द्वारा शिव तांडव पर कथक एवं भरतनाट्यम, जीजी बोर्डिग स्कूल धनुवारडेरा द्वारा गुजराती नृत्य, आदर्श ग्राम्य भारती किरोड़ीमल नगर रायगढ़ द्वारा संबलपुरी गीत (केसरी लो) पर रास] सेजेस शासकीय स्कूल तमनार द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य, साधुराम विद्या मंदिर रायगढ़ द्वारा दुर्गा एवं काली पर आधारित मराठी नृत्य, कार्मेल हिन्दी माध्यम स्कूल रायगढ़ द्वारा देश भक्ति गीत पर नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
20 सितम्बर को शाम 6 बजे सेे सुश्री आनंदिता तिवारी द्वारा कथक नृत्य, श्री मनोज जायसवाल द्वारा सितार वादन, सुश्री ज्योतिश्री बोहिदार (रायगढ़ घराना) द्वारा कथक नृत्य, गरीब दास महंत रायगढ़ द्वारा तबला वादन, सुश्री नेहा बनर्जी द्वारा कथक नृत्य, सुश्री आरती सिंह द्वारा लोक संगीत (लोकचदा), सुश्री घनिष्ठा दुबे (रायगढ़ घराना)द्वारा कथक नृत्य, मो.रौशन अली रायगढ़ द्वारा देशभक्ति एवं भजन गायन, हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा रायगढ़ द्वारा लोक रंग नाचा, कु.श्रुतिदास रायगढ़ द्वारा ओडिसी नृत्य, मो.अयान द्वारा पियानो वादन एवं सुश्री ऐश्वर्या पंडित गायन की प्रस्तुति देंगी।
इसी प्रकार 21 सितम्बर को दोपहर 12 से 04 बजे तक सुश्री धरित्री सिंह चौहान पुसौर द्वारा कथक, सुश्री शार्वी सिंह परिहार द्वारा कथक, शेखर गिरी एवं ग्रुप द्वारा पंथी नृत्य, विजय शर्मा द्वारा जसगान एवं लोक गायन तथा नृत्य, सुश्री गीतिका वैष्णव द्वारा महिषासुर मर्दिनी/लोकगायन/नृत्यए श्री मनोज तिवारी द्वारा जस जागरण लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, सुश्री अनंता पाण्डेय द्वारा कथक, ललित यादव द्वारा सुगम संगीत भजन, सुश्री पर्ल मोटवानी द्वारा शास्त्रीय गायन, डॉ.दीपिका सरकार एवं ग्रुप द्वारा भरत नाट्यम, कृष्ण तिवारी द्वार बांसुरी वादन, सुश्री शार्वी केशरवानी द्वारा कथक एवं श्री विजय सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक गीत की प्रस्तुति दी जाएगी।
21 सितम्बर को शाम 6 बजे से इंदिरा संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा विशिष्ट कार्यक्रम की प्रस्तुतियां होगी। सुश्री तब्बू परबीन (रायगढ़ घराना)द्वारा कथक नृत्य, अनिल तांडी एवं ग्रुप भिलाई द्वारा भरत नाट्यम, सुश्री आशना दिल्लीवार द्वारा कथक नृत्य, श्री इबरार अहमद एवं संजय चौहान रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी भजन/लोकगायन, सुश्री सुहानी स्वर्णकार सारंगढ़ द्वारा कथक नृत्य, डॉ.गौरव कुमार पाठक बिलासपुर द्वारा शास्त्रीय गायन एवं युवराज सिंह आजाद एवं ग्रुप रायगढ़ द्वारा नाटक (इप्टा)की प्रस्तुति देंगे।
चक्रधर समारोह (Chakradhar Samaroh) में प्रस्तुति देने खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से आएगा 60 कलाकारों का दल, प्रतिभागियों में दिख रहा उत्साह लंबे समय तक एशिया के एक मात्र संगीत विश्वविद्यालय होने का गौरव प्राप्त इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के 60 कलाकारों का दल भी इस दफे चक्रधर समारोह में प्रस्तुति देंगे। उक्त दल के प्रभारी डॉ.योगेन्द्र चौबे ने बताया कि चक्रधर समारोह में खैरागढ़ विश्वविद्यालय के 60 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे है।
कलाकारों में इसको लेकर खासा उत्साह है वे निरंतर अभ्यास कर रहे हैं और चक्रधर समारोह के मंच पर अपनी प्रस्तुति को लेकर काफी उत्सुक है। उन्होंने बताया कि टीम द्वारा शास्त्रीय गायन, सरोद वादन, ताल वादन, ताल कचहरी, सुगम संगीत, कथक एवं छत्तीसगढ़ के लोक गीतों एवं नृत्यों में श्रीराम को किन-किन रूपों में देखा गया है पर आधारित (लोक में राम) की छत्तीसगढ़ी लोक संगीत एवं नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।