राजनीति

CGPSC : छत्तीसगढ़ सरकार पर अब ये आरोप, CM-बोले BJP अब प्रदेश में सिर्फ माहौल खराब करने का काम कर रही

Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर 2 हजार करोड़ रुपए के कथित शराब घोटाले का आरोप है। अब बीजेपी सीजीपीएससी चयन में भी गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। इसको लेकर बीजेपी कल प्रदर्शन करने जा रही। इन आरोपों को लेकर अब सीएम का बड़ा बयान है, उन्होंने कहा है कि भाजपा अब प्रदेश में सिर्फ माहौल खराब करने का काम रही है।

सीजीपीएससी (CGPSC) चयन में गड़बड़ी को लेकर भाजपा (BJP) के आरोपों पर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब देते हुए कहा कि अगर पीएससी के छात्र राजनीतिक परिवार से संबंध रखते हैं, तो ऐसे में उनकी योग्यता पर सवाल उठना दुर्भगायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि, अगर चयन में गड़बड़ी है तो तथ्य समाने लाएं, जांच कराई जाएगी। छत्तीसगढ़ के योग्य छात्रों पर सवाल उठाना सही नहीं है। भाजपा शासनकाल में क्या गड़बड़ी होती थी, हर कोई जानता है। भाजपा अब प्रदेश में सिर्फ माहौल खराब करने का काम कर रही है। मुख्यमंत्री बघेल बुधवार को धमतरी रवाना होने से पहले हेलीपैड में मीडिया से बात कर रहे थे। दरअसल, छत्तीसगढ़ में पीएससी 2021 की परीक्षा में हुए चयन को लेकर बीजेपी सवाल खड़े कर रही है और रिजल्ट रद्द करने की मांग हो रही है। प्रदेश में अधिकारी चयन की इस बड़ी परीक्षा को लेकर उठे सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। सीएम ने कहा कि प्रदेश में सिलेक्ट हुए कैंडिडेट्स में से किसी के ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक परिवार का होना कोई अपराध नहीं है। पहले बीजेपी के समय में भी ब्यूरोक्रेट्स और राजनेताओं के बच्चों का सिलेक्शन हुआ है और मेरे पास पहले भी सिलेक्ट हुए लोगों के नाम हैं, लेकिन उसे उजागर करूंगा तो उन बच्चों का मन खराब होगा। सीएम ने कहा कि सोशल मीडिया में जो बातें उठायी जा रही है, वो दुर्भाग्यजनक है। अगर बीजेपी के पास तथ्य हैं तो उसे सामने लाये, चयन में कोई गड़बड़ी है तो जरूर दीजिए, इसकी जांच कराएंगे। बीजेपी प्रदेश का माहौल खराब कर रही है। केवल आरोप लगाने से आपका कद बड़ा नहीं होगा। बीजेपी नेताओं के बच्चों को अगर विधानसभा या लोकसभा में टिकट दिया जाता है। तब कहा जाता है कि योग्यता के आधार पर दिया गया है, लेकिन जब अधिकारियों और नेताओं के बच्चों का पीएससी की परीक्षा में सिलेक्शन हो रहा है, तब सवाल उठाए जा रहे हैं। ये बीजेपी का दोहरा चरित्र है।

बैठक का एजेंडा पहले से तय था

मुख्यमंत्री निवास में मंगलवार को हुई आपात बैठक को लेकर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चाएं चल रही है। उधर, सीएम भूपेश बघेल ने इन सभी चर्चाओं को खारिज करते हुए कहा कि बाहर कई तरह की चर्चाएं थी। लेकिन बैठक का एजेंडा पहले से तय था। उन्होंने कहा कि बैठक को लेकर गजब की कहानी बन गयी, जितने मुंह उतनी बातें इस बैठक को लेकर कही गयी। सीएम ने बताया कि बैठक में आगामी चुनाव और कार्यक्रमों को लेकर हुई थी। 21 मई को राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर बड़ा कार्यक्रम होना है। उस की रूपरेखा तय हुई है। इसके अलावा पाटन में भरोसे का सम्मेलेन होना है। संभागीय स्तर पर भी सम्मेलन होंगे। इसे लेकर चर्चा हुई है।

ट्रैफिक पुलिस की तरह हो गई है ईडी

छत्तीसगढ़ में चल रही प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई और उस पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh baghel) ने भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, सड़क पर ट्रैफिक पुलिस खड़ी रहती है चालान बुक लेकर। जो भी आए, उसे पकड़े, चालान काटे और अंदर कर दिए। या बोलते हैं कोर्ट में जाकर पटाओ। इसी तरह से ईडी वाले हैं। नोटिस जेब में रखे रहते हैं। जिसे मन आया, उसके नाम से नोटिस, वहीं खड़े-खड़े दे दिया। सीएम ने कहा कि ईडी निरंकुश हो गयी है और सुप्रीम कोर्ट देख रहा है, कल कपिल सिब्बल ने अच्छी बात कही कि चुनाव आ रहा है। इसलिए ये सब करा रहे हैं। डरा धमकाकर नाम लिखवा रहे हैं। सीएम ने कहा अच्छा हुआ बीजेपी के नेताओं के नाम नहीं लिए, नहीं तो उनके घर भी पहुंच जाते।

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