CG NEWS : परिवहन सेवाओं को पारदर्शी बनाने आरटीओ ने नई व्यवस्था बनाई है। अब आरसी और लाइसेंस प्रिंट होने की जानकारी वाहन मालिकों को सीधे उनके वाट्सअप पर भी भेज दी जाएगी। नई व्यवस्था के तहत घर बैठे ही आरसी- लाइसेंस नंबर, आवेदक के नाम के साथ ट्रैकिंग नंबर और आरसी- लाइसेंस प्रिंट कब हुआ और उसे कब भेजा गया यह सभी जानकारी वाट्सअप मैसेज से मिल जाएगी। प्रदेश में परिवहन विभाग द्वारा ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार’ योजना में यह नयी सुविधा जोड़ दी गई है। जून 2021 से अब तक 19 लाख 28 हजार 916 स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र और ड्राइविंग लायसेंस आवेदकों के घर भेजे जा चुके हैं। इनमें 13 लाख 14 हजार 768 स्मार्ट कार्ड आधारित पंजीयन प्रमाण-पत्र तथा 6 लाख 14 हजार 148 ड्राइविंग लायसेंस शामिल हैं। परिवहन विभाग द्वारा संचालित ‘तुंहर सरकार तुंहर द्वार‘ योजना लोगों की सुविधा के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है। इसमें लोगों को परिवहन संबंधी 22 सेवाएं उनके घर के द्वार पर पहुंचाकर दी जा रही है। जन केन्द्रित इस सुविधा के अंतर्गत लोगों को अब बार-बार परिवहन विभाग का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। इससे आवेदकों के धन तथा समय दोनों की ही बचत हो रही है।
घर बैठे m parivahan वेबसाइट के जरिए : परिवहन आयुक्त दीपांशु काबरा ने बताया कि अब एसएमएस के साथ-साथ वाट्सअप में भी मैसेज भेजना शुरू किया है। पहले एसएमएस के जरिए संक्षिप्त में जानकारी होती थी, जिसमें केवल आरसी- लाइसेंस नंबर के साथ ट्रैकिंग नंबर की जानकारी होती थी। नाम का उल्लेख भी नहीं होता था। अब ज्यादातर लोग वाट्सअप का उपयोग करने लगें हैं, ऐसे में आरसी प्रिंट के दौरान ही आरटीओ आवेदक के नंबर पर अब वाट्सअप करेगा। आवेदक चाहे तो घर बैठे m parivahan वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन आरसी- लाइसेंस डाउनलोड भी कर सकता है।
हेल्पलाइन पर सीधे शिकायत : आरसी प्रिंट होने के बाद बाद स्पीड पोस्ट के जरिए सप्ताहभर के भीतर अगर आरसी नहीं मिला तो परिवहन विभाग विभाग द्वारा जारिए किए हेल्पलाइन नंबर 7580808030 पर कॉल कर शिकायत कर सकते हैं। टोल फ्री नंबर पर अवकाश दिवस को छोड़कर सुबह 10 से 5ः30 तक आरसी- लाइसेंस के पहुंचने संबधित सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। समस्या और शिकायतों का भी समाधान मिलेगा।
वर्जन
परिवहन सेवा को सुलभ बनाने अब एसएमएस के साथ वाट्सअप में भी वाहन मालिकों को आरसी- लाइसेंस की जुड़ी सभी जानकारी भेजी जाएगी। टोल फ्री नंबर के जरिए समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
एस प्रकाश, सचिव परिवहन