बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के त्रिकुंडा थाने की पुलिस पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगा है। एकपक्षीय कार्रवाई करने के आरोप में आक्रोशित लोगों ने थाने का घेराव करते हुए जमकर बवाल किया। वहीं पुलिस को चेतावनी दी गई है कि अगर 5 दिनों के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो एसपी कार्यालय घेरने की बात कही है। दरअसल, ग्राम नवाडीह में दो पक्षों के बीच 8 सितंबर 2022 को जमीन विवाद को लेकर हुए हिंसक झड़प का मामला सामने आया था। जहां दोनो पक्षों के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध हुआ था। इस मामले में एक पक्ष के 10 लोगों के विरुद्ध एक्टोसिटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में अपराध दर्ज हुआ तो दूसरे पक्ष के सरपंच सहित 8 लोगों के विरुद्ध 307 सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया। जिसमें एक पक्ष के 10 लोगों की गिरफ्तारी पुलिस के द्वारा कर दी गई थी वहीं दूसरे पक्ष के सरपंच सहित अन्य लोगों की गिरफ्तारी नहीं होने से आक्रोशित आज समाजसेवी संतोष यादव के नेतृत्व में सैकड़ों संख्या में ग्रामवासियों के द्वारा त्रिकुंडा थाने का घेराव करते हुए जमकर नारेबाजी कर आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की। एसडीओपी को सौंपा ज्ञापन में ग्रामीणों ने 5 दिन के अंदर सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की गिरफ्तार नहीं करने की स्थिति में एसपी कार्यालय गिरने की बात कहीं।
पुलिस पर लगाया ये आरोप : थाने का घेराव करने आए सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि एक पक्ष के लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया गया वहीं दूसरे पक्ष के लोग खुलेआम घूम रहे हैं परंतु उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। कहीं न कहीं उन्हें पुलिस का संरक्षण मिल रहा है जिससे हम सब लोग भयभीत हैं कि वे भविष्य में और कोई बड़ी घटना ना कर दे। समाजसेवी संतोष यादव ने कहा कि ग्राम नावाडीह सरपंच सहित अन्य आरोपियों के विरुद्ध धारा 307 सहित अन्य धाराओं में मामला पंजीबद्ध है कई बार हम लोगों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की परंतु पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपी अब तक पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं पुलिस को तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने की आवश्यकता है ताकि हम सब भयमुक्त होकर गांव में रह सकें।
पानी की बौछार से किया गया तीतर बितर : 307 की आरोपियों को गिरफ्तारी की मांग करते हुए थाने का घेराव करने पहुंचे सैकड़ों लोगों के द्वारा थाने के बाहर जमकर नारेबाजी की गई वही जब सभी थाने में घुसने की कोशिश करने लगे तो पुलिस बल के द्वारा उन्हें रोकने की कोशिश की गई। फ ायर ब्रिगेड से पानी की बौछार कर उन्हें तितर-बितर किया गया।
एसडीओपी की समझाइश के बाद शांत हुए ग्रामीण : सैकड़ों ग्रामीणों के द्वारा थाने के घेराव के कार्यक्रम को देखते हुए एसडीओपी एमके सूर्यवंशी के नेतृत्व में कई थानों से पुलिस बल मौके पर उपस्थित थे सैकड़ों ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए एसडीओपी एमके सूर्यवंशी ने मोर्चा संभालते हुए थाने का घेराव करने आए ग्रामीणों से बातचीत कर उन्हें समझाइश देकर मामला शांत कराया। इस मामले में एसडीओपी एमके सूर्यवंशी ने कहा कि मामले में 8 आरोपी थे जिसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है जल्द आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।